Himachal News: जम्मू-कश्मीर से श्रद्धालुओं का पहला जत्था मणिमहेश यात्रा के लिए रविवार को भरमौर पहुंचा। जन्माष्टमी पर डल झील में स्नान के लिए श्रद्धालु उत्साहित हैं। 16 अगस्त से यात्रा शुरू होगी। पंजाब और अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु आ रहे हैं। चौरासी मंदिर में रौनक बढ़ी। श्रद्धालु भरमाणी माता मंदिर में दर्शन करेंगे। यात्रा के लिए तैयारियां जोरों पर हैं।
श्रद्धालुओं का आगमन
जम्मू-कश्मीर से शिवभक्तों का जत्था रविवार को भरमौर पहुंचा। भोलेनाथ के भजनों पर नाचते-गाते श्रद्धालु आए। पंजाब और अन्य राज्यों से भी लोग पहुंच रहे हैं। सुबह और शाम को श्रद्धालु भरमौर आ रहे हैं। चौरासी मंदिर परिसर में रौनक लौट आई। यात्रा 16 अगस्त से शुरू होगी। श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ रहा है। स्थानीय लोग मेहमाननवाजी में जुटे हैं।
जन्माष्टमी पर स्नान
श्रद्धालु जन्माष्टमी पर डल झील में स्नान करेंगे। सोमवार को वे भरमाणी माता मंदिर में दर्शन करेंगे। इसके बाद अगले पड़ाव की ओर बढ़ेंगे। डल झील में स्नान का विशेष महत्व है। श्रद्धालु भक्ति में लीन हैं। मणिमहेश यात्रा का उत्साह चरम पर है। कई लोग पहले ही यात्रा शुरू कर चुके हैं। यह पर्व श्रद्धालुओं के लिए खास है।
यात्रा की तैयारियां
मणिमहेश यात्रा 16 अगस्त से शुरू होगी। प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दीं। सड़कों की मरम्मत की जा रही है। सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाई गईं। चौरासी मंदिर में व्यवस्था की गई। यात्रा मार्ग पर कैंप लगाए जा रहे हैं। स्थानीय लोग श्रद्धालुओं का स्वागत कर रहे हैं। यात्रा के दौरान भीड़ बढ़ने की उम्मीद है।
मंदिरों में रौनक
चौरासी मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी। भरमाणी माता मंदिर में दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ। श्रद्धालु भक्ति में लीन हैं। मंदिरों में भजन-कीर्तन हो रहे हैं। जन्माष्टमी का उत्साह दिख रहा है। स्थानीय लोग मेहमाननवाजी में जुटे हैं। मणिमहेश यात्रा का धार्मिक महत्व है। श्रद्धालु डल झील स्नान के लिए उत्साहित हैं। माहौल भक्तिमय हो गया है।
यात्रा का महत्व
मणिमहेश यात्रा का विशेष धार्मिक महत्व है। डल झील में स्नान से पुण्य मिलता है। श्रद्धालु भोलेनाथ की भक्ति में आते हैं। जम्मू-कश्मीर और पंजाब से लोग पहुंच रहे हैं। यात्रा से स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा। प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाई है। श्रद्धालुओं को सुविधाएं दी जा रही हैं। यह यात्रा हिमाचल की सांस्कृतिक पहचान को दर्शाती है।
