Himachal News: मणिमहेश यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर, पंजाब, दिल्ली, मुंबई, हरियाणा से आने वाले शिवभक्तों को पंजीकरण कराना होगा। चंबा जिले के लंगेरा, लाहडू और तुन्नूहट्टी में 9 अगस्त से पंजीकरण केंद्र शुरू होंगे। 20 रुपये की फीस देनी होगी। यात्रा 16 अगस्त से शुरू होगी। यह सुविधा भीड़ कम करने और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए है। रसीद रखने से आगे कोई शुल्क नहीं लगेगा।
पंजीकरण केंद्रों की स्थापना
चंबा जिले में तीन पंजीकरण केंद्र स्थापित होंगे। ये लंगेरा, लाहडू और तुन्नूहट्टी में होंगे। केंद्र 9 अगस्त से शुरू होंगे। श्रद्धालुओं को 20 रुपये शुल्क देना होगा। पंजीकरण के बाद रसीद मिलेगी। इसे हार्ड कॉपी या मोबाइल में रखना होगा। रसीद दिखाने पर आगे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह व्यवस्था भीड़ प्रबंधन के लिए की गई है।
यात्रा की तारीख और महत्व
मणिमहेश यात्रा 16 से 31 अगस्त 2025 तक होगी। यह यात्रा भगवान शिव को समर्पित है। हर साल हजारों श्रद्धालु मणिमहेश झील में डुबकी लगाते हैं। यात्रा जन्माष्टमी से शुरू होकर राधा अष्टमी तक चलती है। यह चंबा के भरमौर क्षेत्र में होती है। झील 4,080 मीटर की ऊंचाई पर है। यह शिवभक्तों के लिए पवित्र तीर्थ है।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं
जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह कदम उठाया है। पंजीकरण केंद्र जिले के प्रवेश द्वारों पर होंगे। इससे भीड़ का प्रबंधन आसान होगा। रसीद की कॉपी या फोटो दिखाने पर अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर मेडिकल कैंप और सुरक्षा चौकियां भी लगाई हैं। लंगर और टेंट की सुविधा उपलब्ध होगी।
विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु
जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह, डोडा से श्रद्धालु लंगेरा होते हुए भरमौर पहुंचते हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मुंबई से शिवभक्त लाहडू और तुन्नूहट्टी से चंबा आते हैं। हिमाचल के अन्य जिलों से भी श्रद्धालु शामिल होते हैं। यह यात्रा देश भर से भक्तों को आकर्षित करती है। पंजीकरण केंद्र इनकी सुविधा बढ़ाएंगे। यह व्यवस्था यात्रा को व्यवस्थित बनाएगी।
प्रशासन की तैयारियां
उपायुक्त चंबा मुकेश रेपस्वाल ने व्यवस्थाओं की जानकारी दी। वे 10 और 11 अगस्त को भरमौर में व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। पंजीकरण केंद्र पहली बार जिले के प्रवेश द्वारों पर बनाए जा रहे हैं। यह श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा अनुभव देगा। प्रशासन ने मेडिकल चेकअप अनिवार्य किया है। अस्वस्थ श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति नहीं मिलेगी।
यात्रा के नियम और सलाह
श्रद्धालुओं को पंजीकरण कराना अनिवार्य है। बिना पंजीकरण यात्रा की अनुमति नहीं होगी। आधार कार्ड या पहचान पत्र साथ रखें। सुबह 4 बजे से पहले और शाम 5 बजे के बाद हड़सर से यात्रा न करें। गर्म कपड़े, छाता, टॉर्च और डंडा साथ लाएं। स्वच्छता बनाए रखें। कूड़ा कूड़ेदान में डालें। यह यात्रा को सुरक्षित बनाएगा।
