Mandi News: चैलचौक बाजार में रेहड़ी वालों द्वारा अधिक पैसे वसूलने का मामला सामने आया है। स्थानीय संगठन राइट फाउंडेशन के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने उपायुक्त को शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पंडित लव चाट भंडार नामक रेहड़ी संचालकों ने नौ गोलगप्पे के चालीस रुपये वसूले।
शिकायत के अनुसार, यह रेहड़ी ज्ञान चंद की दुकान के साथ लगती है। राहुल और अमन नामक व्यक्ति इस रेहड़ी का संचालन करते हैं। शिकायतकर्ता के बच्चों ने रेहड़ी से गोलगप्पे खाए थे। रेहड़ी वालों ने अधिक पैसे वसूलने की बात स्वीकार की।
चैलचौक क्षेत्र में तीन से छह रेहड़ियां संचालित की जा रही हैं। शिकायत में दावा किया गया है कि इनके पास आवश्यक खाद्य लाइसेंस नहीं हैं। रेहड़ी वाले लोगों से अधिक पैसे वसूलते हैं और सवाल पूछने पर झगड़ा करते हैं।
शिकायतकर्ता ने उपायुक्त से कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने खाद्य लाइसेंस की जांच करने का अनुरोध किया है। इससे आम जनता के साथ हो रही अनियमितताओं पर अंकुश लगेगा।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बाजार में कई रेहड़ियां बिना लाइसेंस संचालित हो रही हैं। प्रशासन की ओर से नियमित निरीक्षण नहीं होता है। इससे उपभोक्ताओं का शोषण हो रहा है। शिकायतकर्ता ने जब इस बारे फूड एंड सप्लाई विभाग के इंस्पेक्टर से बात की तो इंस्पेक्टर ने कोई भी कार्यवाही करने से इनकार किया। उनका कहना था कि यह मामला हमारे विभाग का नहीं है। इस मामले में फूड एंड सेफ्टी विभाग से बात करो।
जब खाद्य सुरक्षा विभाग के एडिशनल कमिश्नर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कीमतों से संबंधित मामले हम नहीं देखते। आपको इस बारे डीएफसी मंडी से बात करनी चाहिए। दोनों विभागों से ऐसा जवाब मिलने पर पीड़ित को मजबूरन उपायुक्त मंडी को शिकायत भेजनी पड़ी।
जिला प्रशासन ने सभी रेहड़ी संचालकों को लाइसेंस लेने का निर्देश दिया है। नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बाजारों में निरीक्षण दलों को तैनात किया जाएगा।
इस मामले से हिमाचल प्रदेश सरकार के फूड एंड सप्लाई और फूड एंड सेफ्टी विभागों पर सवाल खड़े होते है कि अगर कोई भी ऐसा मामला हो तो पीड़ित आखिर जाए कहां? दोनों विभागों मुकर जाएं तो पीड़ितों को न्याय कैसे मिलेगा?
