Himachal News: छोटी काशी मंडी का विश्व प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव इस बार 16 से 22 फरवरी 2026 तक धूमधाम से मनाया जाएगा। इस महोत्सव की सबसे खास बात यह है कि इसमें मंडी नगर की स्थापना के स्वर्णिम 500 वर्षों की भव्य झलक देखने को मिलेगी। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव (Shivratri 2026) की पहली आम सभा की बैठक में इस पर अंतिम मुहर लगा दी गई है। महोत्सव समिति के अध्यक्ष और विधायक चंद्रशेखर ठाकुर ने बताया कि इस बार का आयोजन ऐतिहासिक होगा।
स्थानीय कलाकारों को मिलेगा बड़ा मंच
इस बार की सांस्कृतिक संध्याओं में एक बड़ा बदलाव किया गया है। विधायक चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया कि महोत्सव में किसी भी बाहरी या महंगे कलाकार को नहीं बुलाया जाएगा। हिमाचल प्रदेश वर्तमान में प्राकृतिक आपदा के कठिन दौर से गुजर रहा है। मंडी जिला इस आपदा से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। इसलिए सरकार ने फैसला लिया है कि केवल प्रदेश के स्थानीय कलाकारों को ही अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा मौका दिया जाएगा। इससे राज्य की कला और संस्कृति को सीधा प्रोत्साहन मिलेगा।
देवी-देवताओं के लिए विशेष प्रबंध
मंडी शिवरात्रि का मुख्य आकर्षण यहाँ आने वाले सैकड़ों देवी-देवता होते हैं। इस बार Shivratri 2026 के दौरान आने वाले देवी-देवताओं और उनके कारदारों के लिए ठहरने की विशेष व्यवस्था की जा रही है। पिछले वर्ष किए गए इंतजामों को इस बार और अधिक बेहतर बनाया जाएगा। प्रशासन का लक्ष्य है कि देव समाज को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इसके लिए अलग से बजट और कार्य योजना तैयार की गई है।
चिट्टे के खिलाफ महाअभियान
युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से बचाने के लिए इस बार महोत्सव में विशेष जागरूकता अभियान चलेगा। जानलेवा ‘चिट्टे’ के खिलाफ पूरे सात दिनों तक प्रदर्शनी और कार्यक्रमों के जरिए संदेश दिया जाएगा। विधायक ने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई को जन-आंदोलन बनाया जाएगा। इसके साथ ही स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। सफाई व्यवस्था में जुटे कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें विशेष रूप से सम्मानित भी किया जाएगा।
500 वर्षों की गौरवशाली विरासत
वर्ष 2027 में मंडी शहर की स्थापना को 500 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। इस उपलब्धि का जश्न इसी साल से शुरू हो जाएगा। Himachal Pradesh News के अनुसार, शहर के विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों को सजाया जाएगा। महोत्सव के जरिए मंडी की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को दुनिया के सामने पेश किया जाएगा। स्थानीय लोगों में इस बार के आयोजन को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है।
