Himachal News: मंडी-पठानकोट फोरलेन परियोजना का काम शाहपुर के चंबी क्षेत्र में बिजली की हाई वोल्टेज तारों के कारण रुक गया है। दोनों ओर के पिल्लर तैयार हो चुके हैं और बीम डालकर स्लैब डालने का काम शुरू हो गया था। लेकिन बीच में लटकी बिजली की तारों के कारण सेंटर के पिल्लर अधूरे पड़े हैं। ये तारें सीधे पिल्लरों की लाइन में आने के कारण निर्माण कार्य बाधित हो रहा है।
बरसात के मौसम से पहले इन पिल्लरों को आधा तैयार कर लिया गया था। अब बिजली की तारों के कारण काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। हालांकि अन्य पिल्लरों पर स्लैब डालने का काम जारी है। लेकिन बीच के पिल्लरों के बिना पुल का निर्माण पूरा नहीं हो सकता। इस समस्या ने पूरी परियोजना की गति को प्रभावित किया है।
परियोजना का महत्व और विवरण
मंडी-पठानकोट फोरलेन परियोजना लगभग 219 किलोमीटर लंबी है। इसकी अनुमानित लागत 8000 करोड़ रुपये से अधिक है। यह हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बीच एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट है। परियोजना के पूरा होने पर यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।
इस फोरलेन से पर्यटन और व्यापार दोनों को बढ़ावा मिलेगा। यात्रा की दूरी और समय दोनों में कमी आएगी। कार्य की धीमी गति के कारण लोगों को इस बारिश के मौसम में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सांसद और जिला प्रशासन लगातार एनएचएआई के अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं।
प्रशासन ने दिए निर्देश
एडीएम शिल्पी बेक्टा ने बताया कि बिजली की तारों को हटाने के निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही इन तारों को हटा दिया जाएगा। उपायुक्त कांगड़ा ने फोरलेन कार्य को तेज गति से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में एनएचएआई के अधिकारियों के साथ बैठक भी की जा चुकी है।
प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि निर्माण कार्य में आ रही बाधाओं को दूर किया जाए। बिजली विभाग के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है। तारों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इससे निर्माण कार्य फिर से शुरू हो सकेगा।
अन्य पुलों का निर्माण कार्य
पठानकोट-मंडी फोरलेन पर शाहपुर के निकट पुहाड़ा और सारनू के बीच बन रहा ऊंचा पुल लगभग तैयार हो गया है। इस पुल के निर्माण में कोई बड़ी बाधा नहीं आई है। आने वाले समय में इसके पूरा होने की उम्मीद है। यह पुल परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इस पुल के तैयार होने से स्थानीय यातायात को लाभ मिलेगा। फिलहाल इस पुल के निर्माण में कोई विशेष समस्या नहीं आ रही है। निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के अनुसार चल रहा है। सभी हितधारक इसके शीघ्र पूरा होने की आशा कर रहे हैं।