Himachal News: हिमाचल के सराज क्षेत्र के रूषाड़ गांव में प्राकृतिक आपदा ने सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाएं छीन लीं। 30 जून की आपदा में गांव की एकमात्र सड़क मलबे में दब गई। सड़क बहाली के लिए आई पोकलेन मशीन को कथित तौर पर एक कांग्रेस नेता के निजी काम में लगाया गया, जिससे ग्रामीणों में गुस्सा भड़क उठा।
महिलाओं का विरोध प्रदर्शन
रूषाड़ गांव की करीब 100 महिलाओं ने पांडवशिला में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन और नेताओं पर लापरवाही का आरोप लगाया। महिलाओं का कहना था कि सड़क बहाली का काम शुरू हुआ, लेकिन वह राजनीति की भेंट चढ़ गया। प्राकृतिक आपदा से प्रभावित ग्रामीणों ने मशीन के दुरुपयोग पर नाराजगी जताई। गुस्से में महिलाओं ने सड़क बहाली की मांग को तेज किया।
कांग्रेस नेता की विवादित टिप्पणी
कांग्रेस नेता जगदीश रेड्डी के मौके पर पहुंचने से तनाव बढ़ा। एक महिला ने कहा कि उन्होंने भी कांग्रेस को वोट दिया, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही। रेड्डी ने कथित तौर पर जवाब दिया कि वोट उनकी जेब से नहीं निकाला गया। यह टिप्पणी वायरल हो गई, जिससे कांग्रेस की आलोचना शुरू हुई। प्राकृतिक आपदा के बीच यह विवाद चर्चा में है।
प्रशासन ने किया हस्तक्षेप
विवाद बढ़ने पर एसडीएम थुनाग रमेश कुमार और जंजैहली पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने स्थिति को शांत किया। पंचायत प्रधान नरेश ठाकुर ने बताया कि पोकलेन सड़क बहाली के लिए आई थी, लेकिन निजी काम में लगने से गलतफहमी हुई। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता ने कहा कि मशीन अब फिर से सड़क बहाली के काम में लगाई गई है।
ग्रामीणों की मुश्किलें बरकरार
रूषाड़ गांव के 270 लोग अभी भी सड़क, बिजली और पानी से वंचित हैं। प्राकृतिक आपदा में तीन लोग बह गए थे, जिनमें से एक का शव मिला, दो लापता हैं। ग्रामीणों का कहना है कि आपदा से तो वे लड़ लेंगे, लेकिन नेताओं की उपेक्षा ने उनका मनोबल तोड़ा है। प्रशासन ने मशीन को दोबारा सड़क बहाली के लिए भेजा है।
