Himachal News: मंडी जिले में भारी बारिश की चेतावनी के बावजूद स्कूल छुट्टी की घोषणा में बड़ी अव्यवस्था देखने को मिली। विभिन्न उपमंडलों में अलग-अलग समय पर छुट्टी की अधिसूचना जारी हुई। इससे अभिभावकों और छात्रों में भ्रम की स्थिति बनी रही। अंततः उपायुक्त को स्वयं हस्तक्षेप करके पूरे जिले में छुट्टी की घोषणा करनी पड़ी।
छुट्टी घोषणा में समन्वय की कमी
जिले के विभिन्न उपमंडलों ने अलग-अलग समय पर स्कूल छुट्टी की घोषणा की। पद्धर, बालीचौकी और करसोग उपमंडलों ने रविवार रात को ही अधिसूचना जारी कर दी। वहीं कोटली और थुनाग उपमंडलों ने सुबह साढ़े छह बजे यह घोषणा की। इस असमन्वय ने पूरे प्रबंधन को प्रभावित किया।
छात्रों की सुबह की परेशानी
सुबह साढ़े सात बजे जोगेंद्रनगर, सरकाघाट, सुंदरनगर और गोहर उपमंडलों ने छुट्टी की घोषणा की। इस समय तक कई निजी और सरकारी स्कूलों के बच्चे स्कूल जाने के लिए निकल चुके थे। मंडी सदर में घोषणा न होने से अभिभावकों ने अधिकारियों और पत्रकारों को फोन करना शुरू कर दिया।
मंडी सदर में देरी से घोषणा
मंडी सदर उपमंडल ने पौने आठ बजे छुट्टी की घोषणा की। धर्मपुर उपमंडल से कोई आदेश जारी नहीं हुए। अलग-अलग अधिसूचनाओं के कारण लोगों में भ्रम की स्थिति बनी रही। अभिभावकों ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई।
उपायुक्त का हस्तक्षेप
इस भ्रमपूर्ण स्थिति को देखते हुए उपायुक्त ने स्वयं हस्तक्षेप किया। उन्होंने पूरे जिले के लिए स्कूल छुट्टी की अधिसूचना जारी की। इस निर्णय के बाद अभिभावकों ने राहत की सांस ली। कई बच्चे इस समय तक घरों से निकल चुके थे।
अधिसूचना में त्रुटि
मंडी सदर उपमंडल की अधिसूचना में त्रुटि पाई गई। जारी पत्र में 17 अगस्त और 25 अगस्त की अलग-अलग तिथियां थीं। लोगों ने इस पत्र को नकली समझा। प्रशासन को बाद में अलग से पत्र जारी करना पड़ा। यह त्रुटि पुराने पत्र में तिथि न बदलने के कारण हुई।
