Manali News: हिमाचल प्रदेश का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मनाली इन दिनों गहरे संकट में है। मॉनसून की भारी बारिश ने पर्यटन उद्योग को पूरी तरह से ठप कर दिया है। हर साल लाखों पर्यटकों से गुलजार रहने वाला मनाली आज वीरान और सुनसान दिखाई दे रहा है। होटल खाली पड़े हैं और टैक्सियों के पहिए थम गए हैं।
पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड गिरावट
कुल्लू-मनाली क्षेत्र में इस साल पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है। जहां हर साल 34 से 40 लाख पर्यटक आते थे, वहां इस बार रिकॉर्ड कमी देखने को मिली है। मई में भारत-पाकिस्तान युद्ध की आशंका और जून से लगातार बारिश ने पर्यटन को गहरा झटका दिया है। स्थानीय व्यवसायी गंभीर संकट में हैं।
होटल और टैक्सी व्यवसाय बर्बाद
मनाली में करीब 4000 होटल और 5500 टैक्सियां हैं। अधिकांश होटल खाली पड़े हैं और टैक्सियां बेकार खड़ी हैं। होटल मालिकों ने किराया आधा कर दिया है लेकिन फिर भी पर्यटक नहीं आ रहे हैं। टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष राजा ठाकुर बताते हैं कि बैंक की किश्तें भरना मुश्किल हो गया है।
मॉल रोड पर सन्नाटा
मनाली की प्रसिद्ध मॉल रोड जो हमेशा पर्यटकों से भरी रहती थी, अब वीरान पड़ी है। अधिकतर दुकानें बंद हैं और सिर्फ कुछ स्थानीय लोग ही दिखाई देते हैं। व्यास नदी के किनारे बने कई होटल बाढ़ में बह गए हैं। जो बचे हैं उन्हें भारी नुकसान हुआ है।
स्थानीय लोगों की मुश्किलें
स्थानीय लोग सेब और पर्यटन पर निर्भर हैं। भान कस्बे के अजय ठाकुर का छह कमरों वाला होम स्टे बाढ़ में बह गया। उन्होंने प्रशासन से किनारे पर सीसीटीवी लगाने की मांग की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मनाली नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन का कहना है कि एयरपोर्ट न बनने तक पर्यटन का विकास नहीं हो सकता।
