Kolkata News: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर जीएसटी दरें कम करने का अनुचित श्रेय लेने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि जीएसटी दरों में कमी की पहल राज्य सरकार ने की थी। यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद आया है।
ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल 20,000 करोड़ रुपये का राजस्व खो रहा है। वे जीएसटी कम होने से खुश हैं लेकिन केंद्र सरकार को इसका श्रेय नहीं लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि जीएसटी परिषद की बैठक में राज्य सरकार ने यह सुझाव दिया था।
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर मनरेगा जैसी योजनाओं में 1.92 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि जारी न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र राज्य का पैसा रोक रहा है जिससे कल्याणकारी योजनाएं चलाने में मुश्किल हो रही है।
बनर्जी ने भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषी प्रवासियों के उत्पीड़न का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि बांग्ला बोलना गैरकानूनी नहीं है और प्रवासियों को बांग्लादेशी बताकर बाहर नहीं निकाला जाना चाहिए। उन्होंने देश की विविधता में एकता को न तोड़ने की चेतावनी दी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 24,000 प्रवासी राज्य में वापस आए हैं। राज्य सरकार उन्हें वित्तीय सहायता दे रही है और उनके कौशल के अनुरूप रोजगार दिलवा रही है। इससे प्रवासियों को पुनर्वास में मदद मिल रही है।
बनर्जी ने महात्मा गांधी की तस्वीर को नोटों के निचले हिस्से में स्थानांतरित करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने अमेरिकी एच1बी वीजा शुल्क वृद्धि पर केंद्र सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने धार्मिक विभाजन के बीज न बोने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने दुर्गा आंगन स्थापित करने के प्रस्ताव की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह प्रस्ताव अंतिम चरण में है लेकिन इसे पूरा होने में दो साल लगेंगे। इससे शहर में धार्मिक आधारभूत संरचना मजबूत होगी।
