Maharashtra News: विशेष एनआईए कोर्ट ने मालेगांव ब्लास्ट मामले में गुरुवार को बड़ा फैसला सुनाया। पूर्व भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित सहित सात आरोपियों को बरी कर दिया गया। 2008 के इस मामले में 17 साल बाद आए फैसले ने सियासी हलचल मचा दी। भाजपा ने इसे भगवा आतंकवाद के नैरेटिव पर जीत बताया, जबकि कांग्रेस ने फैसले को चुनौती देने की बात कही।
रवि किशन का कांग्रेस पर हमला
भाजपा सांसद रवि किशन ने मालेगांव ब्लास्ट फैसले पर कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर का शरीर लगभग लकवाग्रस्त है। झूठे आरोपों ने उनके 17 साल छीने। किशन ने कांग्रेस से भगवा आतंकवाद शब्द पर माफी मांगने को कहा। उन्होंने पूछा कि इस नैरेटिव का मास्टरमाइंड कौन था? किशन ने कहा कि हिंदू आतंकी नहीं हो सकता और भाजपा संसद में यह मुद्दा उठाएगी।
कांग्रेस देगी फैसले को चुनौती
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मालेगांव ब्लास्ट मामले के फैसले पर असहमति जताई। उन्होंने कहा कि कोर्ट का फैसला स्वीकार है, लेकिन इसे चुनौती दी जाएगी। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस इस मामले में दोबारा अपील करेगी। उन्होंने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कोर्ट का फैसला कानूनी है और इसका जवाब कानूनी तरीके से दिया जाएगा। कांग्रेस इस मुद्दे पर आगे की रणनीति बनाएगी।
सियासी बयानबाजी तेज
मालेगांव ब्लास्ट मामले में बरी होने के बाद सियासी प्रतिक्रियाएं तेज हो गईं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी फैसले का स्वागत किया। भाजपा नेताओं ने भगवा आतंकवाद के आरोपों को गलत ठहराया। उन्होंने कहा कि यह नैरेटिव राजनीति से प्रेरित था। दूसरी ओर, कांग्रेस ने इसे कानूनी लड़ाई का हिस्सा बताया। इस फैसले ने 2008 के विवाद को फिर से चर्चा में ला दिया है।
