New Delhi News: दिल्ली के मैदानगढ़ी इलाके में निर्माणाधीन मेट्रो स्टेशन पर बड़ा हादसा हुआ है. बताया जा रहा है कि 50 फीट गहरा और 25 से 30 फीट तक लंबाई में सड़क धंस गई. सड़क धंसने से निर्माण कार्य में लगी क्रेन दब गई. गनीमत रही कि उस समय कोई भी मजदूर काम नहीं कर रहा था.
ये घटना सुबह 4 बजे के आसपास हुई. सड़क धंसने के कारण मैदानगढ़ी से साकेत जाने वाली सड़क पूरी तरह से बंद हो गई है. मेट्रो के कर्मचारी सड़क को ठीक करने में जुट गए हैं.
बता दें मैदानगढ़ी मेट्रो स्टेशन का निर्माण अंडर ग्राउंड हो रहा है. यहां पिछले एक साल से काम चल रहा है. स्थानीय RWA के प्रधान महावीर प्रधान ने बताया कि तीन चार दिन से सड़क में कहीं-कहीं दरार आ गई थी, लेकिन मेट्रो निर्माण करने में लगी कंपनी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया और ये हादसा हो गया. उन्होंने कहा कि ये हादसा सुबह चार बजे के आसपास हुआ. अगर दिन में होता तो बड़ी घटना हो सकती थी.
बता दें कि इससे पहले दिल्ली के हैदरपुर बादली मोड़ मेट्रो स्टेशन के पास मेट्रो पिलर का हिस्सा गिर गया था. इस दौरान वहां मौजूद व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था. अधिकारियों का कहना था कि इस मामले में किसकी लापरवाही रही, इसकी जांच की जा रही है. यह हादसा हैदरपुर बादली में निर्माणाधीन मेट्रो के पास उस समय हुआ था, जब पिलर की शटरिंग का एक टुकड़ा रोड पर खड़े वाहन पर गिरा था. इससे वाहन में मौजूद ड्राइवर को गंभीर चोटें आईं थीं.
रिंग रोड पर गिर गया था शटरिंग का टुकड़ा
अफसरों का कहना था कि उस समय मेट्रो साइट पर शटरिंग का काम चल रहा था, तभी उत्तरी पीतमपुरा की ओर जाने वाले आउटर रिंग रोड पर एक शटरिंग का टुकड़ा गिर गया. डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने बताया था कि घटना के बाद डीएमआरसी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जायजा लिया. मामले की गहन जांच के आदेश दिए गए थे. दमकल विभाग की टीम के साथ ही लोकल पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचा था.
इससे पहले बेंगलुरु में भी हो चुका है हादसा
इससे पहले कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हादसा हो गया था. यहां मेट्रो का एक निर्माणाधीन पिलर गिर गया था, जिसकी चपेट में आने से मां-बेटे की जान चली गई थी. वहीं परिवार के दो अन्य लोग घायल हो गए थे. हादसे के बाद बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के एमडी अंजुम परवेज ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था और पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया था. इस मामले में बेंगलुरु मेट्रो का पिलर ढहने के मामले में FIR भी दर्ज की गई थी.