India News: मक्का भारत की एक प्रमुख द्वितीयक फसल है, जिसका उपयोग अनाज और चारा दोनों के लिए किया जाता है। इसे ‘अनाज की रानी’ कहा जाता है क्योंकि इसकी पैदावार अन्य फसलों की तुलना में अधिक होती है। यह फसल कम समय में तैयार हो जाती है और कम संसाधनों में अच्छा उत्पादन देती है।
मक्का उत्पादन के प्रमुख राज्य
भारत में मक्का की खेती मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में होती है। बिहार, हिमाचल प्रदेश और पंजाब भी महत्वपूर्ण उत्पादक राज्य हैं। दक्षिण भारत में आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में मक्का की extensive farming होती है। यह फसल विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उगाई जा सकती है।
भूमि की तैयारी और बुवाई
मक्का की खेती के लिए दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सर्वोत्तम मानी जाती है। खेत की गहरी जुताई कर मिट्टी को भुरभुरा बनाना चाहिए। बुवाई से पहले गोबर की खाद डालना फायदेमंद होता है। मक्का को खरीफ, रबी और जायद तीनों मौसम में उगाया जा सकता है।
सिंचाई और पोषण प्रबंधन
मक्का की फसल को समय-समय पर सिंचाई की आवश्यकता होती है। गर्मियों में 10-12 दिन के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए। खाद के रूप में यूरिया, डीएपी और जिंक सल्फेट का उपयोग किया जाता है। जल निकासी की उचित व्यवस्था करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
खरपतवार और कीट नियंत्रण
खरपतवार नियंत्रण के लिए उचित दवाओं का छिड़काव आवश्यक है। कीटों से बचाव के लिए समय पर कीटनाशकों का उपयोग करना चाहिए। नियमित निगरानी और समय पर उपाय करने से फसल को नुकसान से बचाया जा सकता है। मक्का की फसल 90-120 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
