Beed News: महाराष्ट्र के बीड जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहाँ पुलिस ने एक फर्जी शादी कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह ने एक युवक से पैसे लेकर उसकी शादी कराई थी। लेकिन शादी के कुछ ही घंटों बाद नई नवेली दुल्हन अपने ससुराल से भागने की कोशिश करते हुए पकड़ी गई। पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है और Maharashtra News की सुर्खियों में है। पुलिस ने दुल्हन और उसके तीन अन्य साथियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
शादी के नाम पर लाखों की ठगी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह पूरा मामला एक सोची-समझी साजिश थी। अंबाजोगाई तहसील के कोडरी गांव के रहने वाले नागेश जगताप ने शादी के लिए एक एजेंट से संपर्क किया था। एजेंट ने उसे शादी कराने का भरोसा दिया और बदले में कथित तौर पर 1.90 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद नागेश की शादी प्रीति राउत नाम की महिला से तय हुई। दोनों का विवाह कैज तहसील के एक मंदिर में दोपहर करीब 12:30 बजे संपन्न हुआ। रस्में पूरी होने के बाद दूल्हा-दुल्हन और रिश्तेदार खुशी-खुशी गांव लौट आए। किसी को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह खुशी कुछ ही पल की है।
शौचालय जाने के बहाने हुई फरार
घर पहुंचने के कुछ ही देर बाद नई दुल्हन ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया। शाम करीब साढ़े चार बजे उसने शौचालय जाने का बहाना बनाया। इसके बाद वह घर से निकलकर भागने की फिराक में थी। तभी गांव के एक जागरूक व्यक्ति ने उसे संदिग्ध हालत में घूमते हुए देखा। उसने तुरंत नागेश के परिवार को इसकी सूचना दी। परिवार वालों ने पुलिस की मदद से तलाश शुरू की। पुलिस ने उसे दिघोल अंबा बस स्टैंड के पास से पकड़ लिया। पूछताछ में उसने कबूला कि यह शादी केवल पैसे ऐंठने के लिए की गई थी और वह भागने की योजना बना चुकी थी।
फर्जी दस्तावेजों से हुआ था खेल
पुलिस ने पीड़ित नागेश जगताप की शिकायत पर तुरंत सख्त कार्रवाई की है। पुलिस ने प्रीति राउत, उसकी मौसी, एजेंट और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जांच के दौरान पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं:
- दुल्हन और गिरोह ने शादी के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे।
- शादी से पहले ही दूल्हे के नाम पर फर्जी आधार कार्ड बनाया गया था।
- दस्तावेज बनाने वाले स्थानीय नोटरी से भी पुलिस पूछताछ करेगी।
अदालत ने आरोपी महिला को 10 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि यह Maharashtra News का कोई पहला मामला नहीं है, इसलिए वे इस रैकेट की गहराई से जांच कर रहे हैं।
