Maharashtra News: नागपुर पुलिस ने विकासशील समाज अध्ययन केंद्र (सीएसडीएस) के अधिकारी संजय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह कार्रवाई महाराष्ट्र चुनाव से संबंधित एक विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट के बाद की गई है। नासिक जिला चुनाव कार्यालय ने पुष्टि की कि संजय कुमार ने 126-देवलाली विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं की भ्रामक जानकारी पोस्ट की थी।
एफआईआर की कानूनी धाराएं
यह मामला भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। इनमें धारा 175, 353(1)(बी), 212 और 340(1)(2) शामिल हैं। ये धाराएं झूठी सूचना प्रसारित करने और संभावित चुनावी उल्लंघनों से संबंधित हैं। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है।
संजय कुमार की माफी और स्पष्टीकरण
विवाद बढ़ने के बाद संजय कुमार ने 19 अगस्त को सोशल मीडिया पर माफी मांगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के आंकड़ों की तुलना करते समय त्रुटि हुई थी। उनकी डेटा टीम ने गलत आंकड़ों को पढ़ा था। उन्होंने अपना ट्वीट हटा दिया और कहा कि उनका कोई गलत इरादा नहीं था।
मामले की पृष्ठभूमि और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
संजय कुमार ने 17 अगस्त को एक पोस्ट में दावा किया था कि नासिक पश्चिम में मतदाताओं की संख्या में 47.38% की वृद्धि हुई है। इसी तरह हिंगना में 43.08% की बढ़ोतरी का दावा किया गया था। इस डेटा का उपयोग करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया था। इसने राजनीतिक बहस को और तेज कर दिया।
चुनाव आयोग की चेतावनी और निर्देश
नासिक जिला चुनाव कार्यालय ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे केवल चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट से ही जानकारी सत्यापित करें। उन्होंने गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर चुनावी डेटा साझा करने में सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है।
