Madhya Pradesh News: नीमच जिले में मध्याह्न भोजन योजना पूरी तरह से ठप हो गई है। राशि के भुगतान न होने के कारण समूह संचालकों और रसोइयों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इससे जिले के लगभग 50 हजार बच्चे मध्याह्न भोजन से वंचित हो गए हैं।
चार महीने का बकाया है बाकी
मध्याह्न भोजन योजना और आंगनबाड़ी केंद्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को चार महीने से वेतन नहीं मिला है। कुल बकाया राशि लगभग 3 करोड़ 20 लाख रुपये है। एक महीने का औसतन 80 लाख रुपये का भुगतान लंबित है। भुगतान न मिलने से कर्मचारियों ने हड़ताल का फैसला किया।
869 स्कूलों में बंद हुआ भोजन
हड़ताल के कारण जिले के 869 माध्यमिक और 375 प्राथमिक विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनना बंद हो गया है। सभी स्कूलों के किचन पर ताले लटक गए हैं। कोई वैकल्पिक व्यवस्था न होने के कारण बच्चों को भोजन नहीं मिल पा रहा है।
आंगनबाड़ी केंद्र भी प्रभावित
इस हड़ताल का असर आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी पड़ा है। प्रधानमंत्री पूरक पोषण आहार योजना के तहत बच्चों को मिलने वाला सुबह का नाश्ता और भोजन भी बंद हो गया है। इससे हजारों छोटे बच्चे पोषण योजना से वंचित हो गए हैं।
2030 कर्मचारी हड़ताल पर
जिले के 830 समूह संचालक और 1200 महिला रसोइया हड़ताल पर हैं। ये सभी कर्मचारी 22 अगस्त से हड़ताल पर हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी बकाया राशि का भुगतान नहीं हो जाता, तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे। स्कूलों के किचन ताले लटके रहेंगे।
