Uttar Pradesh News: लखनऊ के काकोरी इलाके में एक दलित बुजुर्ग व्यक्ति के साथ मंदिर परिसर में अपमानजनक घटना सामने आई है। आरोप है कि एक गुंडे ने बीमार बुजुर्ग से मंदिर की सीढ़ियों पर अनजाने में हुई पेशाब को चटवाया। पीड़ित रामपाल ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपी स्वामी कांत उर्फ पम्मू को गिरफ्तार कर लिया है, जो RSS से जुड़ा हुआ है। मामले की जांच जारी है।
पीड़ित रामपाल ने बताया कि वह सोमवार शाम घर लौट रहे थे। सांस की बीमारी के कारण वह अचानक बुरी तरह हांफने लगे। इस दौरान उन्होंने शीतला माता मंदिर की सीढ़ियों पर आराम करने का फैसला किया। तभी स्वास्थ्य समस्या के चलते अनिच्छा से उनका पेशाब निकल गया। यह देखकर मंदिर के सामने ज्वैलरी शॉप चलाने वाले स्वामी कांत उर्फ पम्मू क्रोधित हो गए।
आरोपी ने बुजुर्ग को जातिसूचक गालियां देते हुए उनसे पेशाब चाटने को कहा। बीमारी की हालत में डरे हुए रामपाल ने विवश होकर ऐसा कर दिया। इसके बाद आरोपी ने उनसे पूरा मंदिर परिसर पानी से धुलवाया। पीड़ित के मुताबिक, आरोपी ने उन्हें लात भी मारी और धमकी देकर भगा दिया। घटना के बाद रामपाल मंगलवार सुबह परिवार के साथ थाने पहुंचे।
पीड़ित के पोते मुकेश कुमार ने बताया कि उनके दादा को सांस लेने में तकलीफ और खांसी की गंभीर समस्या है। थकान होने पर वह अक्सर रास्ते में ही रुक जाते हैं। घटना के समय वह अकेले थे और उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। परिवार को अगली सुबह ही इस अपमानजनक घटना का पता चला।
परिवार ने तुरंत पुलिस से संपर्क करने का निर्णय लिया। काकोरी थाने में पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में आरोप लगाया गया कि आरोपी आरएसएस कार्यकर्ता है। हालांकि, इस आरोप की अभी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया।
एसीपी काकोरी शकील अहमद ने पुष्टि की कि पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज किया गया है। संबंधित कानूनी धाराओं के तहत आरोपी से पूछताछ जारी है। पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है। स्थानीय प्रशासन ने मामले में संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों ने इस घटना पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं समाज में भाईचारे और सद्भाव के माहौल को खराब करती हैं। उन्होंने प्रशासन से भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के उपाय सुनिश्चित करने को कहा है।
पीड़ित रामपाल ने न्याय की उम्मीद जताई है। उनका कहना है कि जिस प्रकार उनसे पेशाब चटवाया गया, उसी तरह आरोपी के साथ भी होना चाहिए। वह चाहते हैं कि कानून अपना काम करे और उन्हें इंसाफ मिले। परिवार पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट दिख रहा है, लेकिन वह न्यायिक प्रक्रिया के परिणाम का इंतजार कर रहा है।
मामले ने पूरे इलाके में चर्चा और निंदा का माहौल बना दिया है। लोग सामाजिक एकता और मानवीय गरिमा की बात कर रहे हैं। अधिकारियों ने विश्वास दिलाया है कि पूरे मामले की गहन जांच की जाएगी। कानून का पालन सुनिश्चित करते हुए हर जिम्मेदार व्यक्ति को सजा मिलेगी।
