Madhya Pradesh News: भोपाल में एक अजीबोगरीब प्रेम कहानी चर्चा में है। यहां 28 वर्षीय एक महिला को अपने से 11 साल छोटे नाबालिग लड़के से प्यार हो गया। महिला ने लड़के को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गई। लड़के के परिवार ने महिला पर अपहरण का मामला दर्ज कराया। दो महीने बाद नाबालिग बालिग होकर घर लौट आया।
अब महिला ने भी लड़के के घर में डेरा डाल लिया है। वह लड़के के परिवार के सामने शर्तें रख रही है। महिला का कहना है कि वह तीन साल बाद लड़के से शादी करेगी। पुलिस के सामने अब कानूनी चुनौती है क्योंकि लड़का अब वयस्क हो चुका है।
कैसे शुरू हुआ यह अटपटा रिश्ता
यह अनोखी प्रेम कहानी एक सुनार की दुकान से शुरू हुई। किशोर लड़का उस दुकान पर काम करता था। महिला वहीं कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में कार्यरत थी। दोनों एक साथ काम करते थे। इस दौरान उनके बीच नजदीकियां बढ़ती चली गईं।
धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। एक रात किशोर ने अपनी मां को बताया कि वह माधवी के घर जा रहा है। इसके बाद उसका फोन बंद हो गया। परिवार वाले उससे संपर्क नहीं कर पाए। चिंतित परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की तलाश और लड़के का लौटना
पुलिस ने दोनों की तलाश शुरू की। महिला भी नजर नहीं आ रही थी। पूरे दो महीने तक दोनों का कहीं पता नहीं चला। इस दौरान लड़का बालिग हो गया। फिर वह अपने घर वापस लौट आया। उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी मर्जी से महिला के साथ इंदौर में रह रहा था।
लड़के के इस बयान ने मामले को नया मोड़ दे दिया। अब अपहरण का मामला कमजोर पड़ गया। पुलिस के लिए कानूनी स्थिति जटिल हो गई। लड़के ने साफ कहा कि उसके साथ कोई जबरदस्ती नहीं हुई।
महिला का लड़के के घर पहुंचना
लड़के के घर लौटने के दो दिन बाद महिला भी उसके घर पहुंच गई। उसने वहीं रहना शुरू कर दिया। महिला ने लड़के के परिवार वालों के सामने अपना प्यार जाहिर किया। उसने कहा कि वह किशोर से बहुत प्यार करती है और दोनों साथ रहेंगे।
महिला ने शादी के लिए तीन साल का इंतजार करने की बात कही। उसने कहा कि जब सब कुछ ठीक हो जाएगा तब वह शादी करेगी। परिवार वाले इस स्थिति में उलझन में हैं। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि क्या करें।
कानूनी पेचीदगियां
महिला पर अपहरण का मामला दर्ज है। लेकिन अब लड़के के बालिग होने से स्थिति बदल गई है। कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार अब यह मामला कमजोर हो सकता है। लड़के का स्वेच्छा से जाना और बालिग होना महत्वपूर्ण तथ्य हैं।
पुलिस अब आगे की कार्रवाई पर विचार कर रही है। महिला अभी भी लड़के के घर में रह रही है। परिवार वाले कानूनी सलाह ले रहे हैं। यह मामला समाज और कानून के बीच के फर्क को दिखाता है।
परिवार की मानसिक स्थिति
लड़के का परिवार इस पूरे घटनाक्रम से सदमे में है। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा। मां अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। परिवार के लिए यह स्थिति बहुत मुश्किल भरी है।
वे चाहते हैं कि उनका बेटा सामान्य जीवन जिए। लेकिन महिला का घर में डेरा डालना उन्हें परेशान कर रहा है। पुलिस भी इस मामले में संवेदनशीलता से काम कर रही है। सभी की नजर अब आगे की कानूनी प्रक्रिया पर है।
