Delhi News: ग्रेटर नोएडा की बादलपुर थाना पुलिस ने नकली नोट छापने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इसका दूसरा साथी अभी फरार है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 38220 रुपये के नकली नोट और एक प्रिंटर बरामद किया है। पकड़े आरोपी ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने यूट्यूब से सीखकर दिल्ली में अपने किराए में इन नकली नोटों को छापा था।
नोएडा पुलिस को सूचना मिली थी कि छपरौला के पास एक व्यक्ति नकली नोट बैग में रखकर बजार में चलाने की फिराख में घूम रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जीटी रोड साईं होटल के पास से युवक को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से पुलिस ने 200 रुपये के 55, 100 रुपये के 250, 50 रुपये के 106 नोट मिले। उसकी पहचान 30 वर्षीय अब्दुल रकीब के रूप में हुई है, मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है और फिलहाल दिल्ली के गाजीपुर में किराये के मकान में रहता है। वह यहीं रहकर अपने साथी के साथ नकली नोट छापने का काम करता था। आरोपी ने बताया कि वह और उसका एक दोस्त पंकज के साथ मिलकर कलर प्रिंटर से जाली नोट छापते थे।
साथी की तलाश में छापेमारी जारी
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (मध्य नोएडा) राजीव दीक्षित ने बताया कि पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर नकली नोट छापने में इस्तेमाल किए जाने वाले प्रिंटर को भी जब्त कर लिया है। इस मामले से संबंधित अन्य विवरणों को सत्यापित करने के लिए आगे की जांच जारी है और पुलिस दूसरे संदिग्ध पंकज को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है, जो फरार है।
दो महीने से छाप रहे थे नकली नोट
एक अन्य पुलिस अधिकारी के अनुसार, आरोपी ने यूट्यूब के माध्यम से एक सामान्य कंप्यूटर प्रिंटर का उपयोग करके जाली नोटों को छापना सीखा था। आरोपी लगभग दो महीने से इस काम में शामिल थे और ज्यादातर नकली नोटों का उपयोग करके अपने निजी इस्तेमाल के लिए सामान खरीदने की कोशिश करते थे, लेकिन एक बार जब दिल्ली में लोगों ने इन नोटों को रिजेक्ट करना शुरू कर दिया, तो उन्होंने नोएडा और ग्रेटर नोएडा में उन नोटों का इस्तेमाल करने की कोशिश की।
पुलिस ने कहा कि बादलपुर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 489 ए, 489 बी, 489 सी और 489 डी (सभी जाली नोटों से संबंधित) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। रकीब को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।