Himachal News: कुल्लू के सैंज तहसील में भूपन गांव के पास काला छो पहाड़ी दरक रही है। भारी भूस्खलन से गांव में दहशत है। नाले में मलबा जमा हो रहा है। बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। ग्रामीणों ने पार्वती परियोजना पर ब्लास्टिंग का आरोप लगाया। डेढ़ दर्जन परिवारों को पलायन का डर है। एसडीएम ने तहसीलदार को जांच के आदेश दिए।
भूस्खलन का खतरा बढ़ा
काला छो पहाड़ी 2023 से दरक रही है। इस बार भारी बारिश ने स्थिति बिगाड़ दी। बड़े पत्थर नाले में गिर रहे हैं। मलबे से नाला भर गया। बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। खेतों का कटाव हो रहा है। घरों को खतरा बढ़ गया। ग्रामीणों में दहशत है। पहाड़ी के दरकने से गांव उजड़ सकता है। प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
पार्वती परियोजना पर आरोप
ग्रामीणों ने पार्वती परियोजना को जिम्मेदार ठहराया। सुरंग निर्माण के लिए भारी ब्लास्टिंग हुई। इससे पहाड़ी कमजोर हो गई। लाखों टन मलबा नाले में डंप किया गया। ग्रामीण डाबेराम, जय सिंह, नारायण सिंह ने शिकायत की। परियोजना ने डंपिंग साइट बनाई। क्रेट वायर लगाए गए। लेकिन नाले के किनारे दीवारें नहीं बनीं। यह गांव के लिए बड़ा खतरा है।
मंदिर और घरों को खतरा
भूस्खलन से श्री रिंगू नाग मंदिर को खतरा है। यह गांव का प्रमुख मंदिर है। नाले के कटाव से खेत नष्ट हो रहे हैं। डेढ़ दर्जन घरों पर संकट है। मलबा और पानी ने स्थिति खराब की। ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर पहले चपेट में आ सकता है। प्रशासन से सुरक्षा दीवार बनाने की मांग की। स्थिति गंभीर होने पर पलायन का डर है।
ग्रामीणों की शिकायत
डाबेराम राणा, जय सिंह, कर्म चंद ने शिकायत की। परियोजना की ब्लास्टिंग ने पहाड़ी को नुकसान पहुंचाया। मलबा डंपिंग से खतरा बढ़ा। ग्रामीणों ने सुरक्षा दीवार की मांग की। नाले में मलबा जमा होने से बाढ़ का खतरा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की। गांव की सुरक्षा के लिए ठोस कदम जरूरी हैं। स्थिति को अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
एसडीएम बंजार पंकज शर्मा ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। तहसीलदार को मौके की रिपोर्ट तैयार करने को कहा। प्रशासन भूस्खलन की जांच करेगा। ग्रामीणों की शिकायतों पर ध्यान दिया जाएगा। पार्वती परियोजना से जवाब मांगा जा सकता है। मलबा डंपिंग और ब्लास्टिंग की जांच होगी। प्रशासन से गांव की सुरक्षा के लिए कदम उठाने की उम्मीद है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।
