Una News: हिमाचल प्रदेश के उना जिले में भूस्खलन का एक बड़ा हादसा हुआ है। बंगाणा उपमंडल के गांव घ्योड़ में जमीन खिसकने से तीन मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए। हैरानी की बात यह है कि ये मकान अपनी मूल जगह से लगभग 70 मीटर दूर जा कर गिरे। प्रशासन ने पहले ही सभी परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पनाह दे दी थी, इसलिए जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
तीन भाइयों के आशियाने चंद सेकंड में हुए बर्बाद
यह घटना मंगलवार सुबह की है। जमीन अचानक खिसकी और तीनों मकानों को अपने साथ बहा ले गई। ये मकान पिंकी देवी, तरसेम राम और जगदीश राम नामक तीन सगे भाइयों के थे। प्रशासन ने एक दिन पहले ही खतरे को भांपते हुए इन परिवारों को भृर्तहरि मंदिर में शिफ्ट कर दिया था। उनका सामान एक सुरक्षित कमरे में रखा गया था।
कई और मकानों पर मंडरा रहा है खतरा
इस हादसे के बाद गांव के कई अन्य मकान भी खतरे की जद में आ गए हैं। सोनी और रामपपाल सहित कई अन्य लोगों के घरों में बड़ी दरारें आ गई हैं। कृषि योग्य भूमि भी दरक गई है। प्रशासन ने इन परिवारों को भी सुरक्षित स्थानों पर भेजने का फैसला किया है। वन विभाग के रेस्ट हाउस और स्थानीय स्कूल में उनके ठहरने का प्रबंध किया गया है।
प्रशासन ने तुरंत लिया जायजा
हादसे की सूचना मिलते ही एसडीएम बंगाणा, तहसीलदार और पटवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने नुकसान का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। राहत सामग्री वितरण का काम भी शुरू हो गया है। प्रशासन का मुख्य फोकस अभी और लोगों को सुरक्षित निकालने पर है।
स्थानीय नेता ने सरकार से मांगी तत्काल मदद
जिला परिषद सदस्य कृष्णपाल शर्मा ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवारों ने अपना सब कुछ खो दिया है। उन्होंने राज्य सरकार और प्रशासन से तत्काल राहत और adequate मदद उपलब्ध कराने की अपील की है। ताकि प्रभावित लोगों को इस संकट से उबारा जा सके।
