Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भूस्खलन ने चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग को ठप कर दिया। शनिवार दोपहर 1:30 बजे चार मील के पास पहाड़ी दरकने से सड़क पर मलबा गिर गया। सैकड़ों वाहन दोनों ओर फंस गए, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हुई। एक बारात भी जाम में फंस गई। प्रशासन ने छोटे वाहनों को वैकल्पिक रास्तों पर भेजा है। मलबा हटाने का काम शुरू हो गया है।
शुक्रवार रात से संकट शुरू
शुक्रवार रात डयोड में भूस्खलन के कारण हाईवे 10 घंटे तक बंद रहा। यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा। एक दूल्हे को अपनी बारात के लिए अकेले आगे जाना पड़ा। शनिवार सुबह एकतरफा यातायात बहाल हुआ, लेकिन दोपहर में चार मील के पास फिर भूस्खलन हुआ। इससे दोनों ओर लंबा जाम लग गया। पुलिस और केएमसी कंपनी के अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन पत्थरों के गिरने से काम शुरू नहीं हुआ।
वैकल्पिक मार्गों का सहारा
सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर देशराज ने बताया कि बड़े वाहनों को हाईवे पर रोका गया है। छोटे वाहनों को मंडी से कुल्लू के लिए भ्यूली पुल से कमांद-कटौला और कुल्लू से मंडी के लिए गोहर-चैलचौक के रास्ते भेजा जा रहा है। भूस्खलन के कारण यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। प्रशासन ने मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई हैं। सड़क जल्द खुलने की उम्मीद है।
पर्यटकों का रेस्क्यू ऑपरेशन
शनिवार रात चार मील में हाईवे बंद होने से मनाली से लौट रहे चार युवक नौ मील के पास रास्ता भटक गए। अंधेरे और बारिश में वे जंगल में फंस गए। 112 हेल्पलाइन पर सूचना के बाद मंडी सदर पुलिस और एसडीआरएफ ने रात 11 बजे रेस्क्यू शुरू किया। डेढ़ बजे चारों को सुरक्षित निकाला गया। इनमें पंजाब, उत्तर प्रदेश और मंडी के युवक शामिल थे।
जिले में सड़कों और बिजली पर असर
शनिवार शाम तक मंडी जिले में 194 सड़कें बंद थीं। सराज क्षेत्र में 90 सड़कें प्रभावित हुईं। 102 बिजली ट्रांसफार्मर और 175 पेयजल योजनाएं ठप हैं। मलबा हटाने के लिए 110 जेसीबी मशीनें काम कर रही हैं। भारी बारिश के कारण सड़कें और बुनियादी सुविधाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। प्रशासन ने यात्रियों से सावधानी बरतने की अपील की है।
