Uttar Pradesh News: सम्मनपुर थाना क्षेत्र के मजीसा गांव में जमीन की खरीदारी को लेकर एक गंभीर मामला सामने आया है। एक दलित व्यक्ति ने जमीन का इकरारनामा करने के बाद दिए पैसे वापस मांगे तो उसे मारपीट का शिकार होना पड़ा। आरोप है कि उस पर मतांतरण का दबाव भी डाला गया। न्यायालय के आदेश के बाद पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
मजीसा गांव निवासी दलित राम प्रकाश ने दो वर्ष पहले सम्मनपुर के आले एबा से खतौनी की भूमि का इकरारनामा कराया था। इसके एवज में उन्होंने गवाहों की मौजूदगी में दो किस्तों में दो लाख सत्ताईस हजार रुपए नगद दिए थे। यह लेनदेन पूरी तरह कानूनी था और सभी गवाहों के सामने हुआ था।
जमीन का दूसरे व्यक्ति को बैनामा
कुछ महीनों बाद आले एबा ने वही जमीन सम्मनपुर के कटघर कमाल निवासी हुसैन अहमद के नाम बैनामा कर दी। जब राम प्रकाश को इस बैनामे की जानकारी हुई तो उन्होंने आले एबा से अपने पैसे वापस मांगे। पहले तो आले एबा टालमटोल करता रहा, लेकिन बाद में रुपए लौटाने से साफ इनकार कर दिया।
राम प्रकाश ने लगातार अपने पैसे वापस पाने की कोशिश जारी रखी। उन्होंने स्थानीय लोगों के माध्यम से भी आले एबा पर दबाव बनाने का प्रयास किया। लेकिन आले एबा ने पैसे लौटाने से मना कर दिया और धमकियां देने लगा। इससे राम प्रकाश की मुश्किलें बढ़ गईं।
मतांतरण का दबाव और मारपीट
25 जुलाई को आले एबा, हुसैन अहमद, अली अब्बास और मोहम्मद इश्तियाक ने राम प्रकाश को कमालपुर तिराहे पर मिलने के लिए बुलाया। वहां से वे उसे ईदगाह के पीछे ले गए। उन्होंने चाकू दिखाकर जबरन कलमा पढ़वाने का प्रयास किया। मतांतरण का दबाव बनाया गया।
राम प्रकाश के विरोध करने पर चारों ने उसकी लात-घूसों से पिटाई की। उन्होंने धमकी दी कि न तो जमीन मिलेगी और न ही रुपए। उन्होंने कहा कि अगर दोबारा पैसे मांगे तो उसे जान से मार देंगे। इस घटना ने राम प्रकाश को मानसिक रूप से तोड़ दिया।
न्यायालय की शरण में गए पीड़ित
राम प्रकाश ने इस संबंध में थाने और पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन कार्रवाई न होने पर उन्होंने न्यायालय की शरण ली। विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट कोर्ट ने मामले की सुनवाई की। न्यायालय ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
न्यायालय के आदेश के करीब बीस दिन बाद पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। थानाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी गई है। पुलिस चारों आरोपियों की तलाश कर रही है।
पुलिस ने शुरू की विवेचना
पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है। आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट सहित कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस मामले में सबूत एकत्र कर रही है। गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पीड़ित को तुरंत न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने पुलिस से आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। सामाजिक कार्यकर्ता भी इस मामले में सक्रिय हुए हैं। वे पीड़ित के समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं।
यह मामला जमीन लेनदेन में होने वाली धोखाधड़ी और दलितों के साथ हो रहे भेदभाव को उजागर करता है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन भी इस मामले पर नजर रखे हुए है।
