New Delhi News: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ है। इस वीडियो में विजय माल्या और ललित मोदी खुद को ‘भगोड़ा’ बताते हुए भारत की कानूनी व्यवस्था का मजाक उड़ा रहे थे। अब भारत सरकार ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को साफ कर दिया है कि वे इन दोनों को भारत वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरकार ने कहा कि लंदन में बैठे इन भगोड़ों के प्रत्यर्पण के लिए संबंधित देशों के साथ लगातार बातचीत चल रही है।
सरकार ने बताई देरी की वजह
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने बताया कि विजय माल्या और ललित मोदी को वापस लाने में हो रही देरी का मुख्य कारण जटिल कानूनी प्रक्रियाएं हैं। इन मामलों में कई स्तरों पर कानूनी दांव-पेच शामिल हैं। अलग-अलग देशों के क्षेत्राधिकार होने के कारण प्रत्यर्पण में समय लग रहा है। हालांकि, सरकार ने स्पष्ट किया कि प्रक्रिया जारी है और उन्हें कानून के सामने लाया जाएगा।
क्या है वायरल वीडियो में?
यह विवादित वीडियो आईपीएल के संस्थापक ललित मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया था। यह वीडियो विजय माल्या के 70वें जन्मदिन की पार्टी का है, जो 18 दिसंबर को मनाई गई थी। यह पार्टी लंदन के बेलग्रेव स्क्वायर स्थित मोदी के आवास पर हुई थी। वीडियो में मोदी, माल्या के साथ पोज देते हुए कह रहे हैं, “हम दो भगोड़े हैं, भारत के सबसे बड़े भगोड़े।” इस दौरान माल्या भी जोर-जोर से हंसते हुए दिखाई दिए। ललित मोदी ने कैप्शन में लिखा, “मुझे इंटरनेट को एक बार फिर से ब्रेक करने दें।”
सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा
इस वीडियो के सामने आते ही सोशल मीडिया यूजर्स ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। इसे भारतीय कानून का खुला मजाक बताया जा रहा है। एक यूजर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “यह हास्य नहीं है, यह भारतीय राज्य का अपमान है। जब आर्थिक अपराधी विदेश में बैठकर ऐसे मजाक करते हैं, तो यह प्रवर्तन एजेंसियों की कमजोरी को उजागर करता है।” लोगों का कहना है कि सरकार की चुप्पी से यह संदेश जाता है कि ताकतवर लोग देश को लूटकर भाग सकते हैं और बाद में हंसी भी उड़ा सकते हैं।
हजारों करोड़ के घोटाले का आरोप
विजय माल्या को जनवरी 2019 में भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया था। उन पर बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के लिए लिए गए लोन से जुड़ी धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। यह घोटाला करीब 9,000 करोड़ रुपये का है। माल्या 2016 में देश छोड़कर भाग गए थे और अभी जमानत पर हैं। दूसरी ओर, ललित मोदी पर आईपीएल के शुरुआती वर्षों में वित्तीय गड़बड़ी का आरोप है। उनके खिलाफ 2015 में गैर-जमानती वारंट जारी हुआ था और वे 2010 में ही भारत छोड़ चुके थे।
