शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

कुल्लू-मनाली: भारी बारिश से तबाही, लोग सिर पर सामान ढोने पर हुए मजबूर; जानें ताजा हालात

Share

Kullu News: कुल्लू-मनाली घाटी में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। ब्यास नदी के उफान ने सड़कों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। स्थानीय लोग और पर्यटक मीलों पैदल चलने को मजबूर हैं। वैष्णो माता मंदिर के पास सड़क बह जाने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।

लोगों को झेलनी पड़ रही मुश्किलें

मजदूरों और पर्यटकों को सिर पर सामान उठाकर लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। रेखा देवी और उनके पति ने बीमार पोती को पीठ पर उठाकर तीन किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल पहुंचाया। दिल्ली से आए सुनील और नेहा एक सप्ताह से फंसे हुए हैं और मुश्किल से रायसन पहुंच पाए।

यह भी पढ़ें:  अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी: हमीरपुर महाविद्यालय में पर्यावरण, संस्कृति और आध्यात्मिकता पर हुआ विचार-विमर्श

नेपाली मजदूरों की दिक्कतें

मनाली में मजदूरी करने आए नेपाल के नीमा, सोमन और राजू ने बताया कि वे मंडी से कुल्लू तक का सफर तय कर पाए हैं। अब उन्हें मनाली तक पैदल जाना होगा। वे अपना सामान सिर और पीठ पर उठाकर ले जा रहे हैं। इस तबाही ने सभी की दिनचर्या बाधित कर दी है।

शाम को खुला यातायात

प्रशासन ने शाम चार बजे वैष्णो माता मंदिर के पास की सड़क को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया। इससे लोगों को कुछ राहत मिली है। पूरे दिन सैकड़ों वाहन दोनों ओर फंसे रहे। इनमें कई यात्री और पर्यटक भी शामिल थे।

यह भी पढ़ें:  हिमाचल प्रदेश: विधायक आशीष शर्मा ने पुलिस कार्रवाई को बताया 'राजनीतिक दबाव का नतीजा', क्रेशर मामले में उठाए गंभीर आरोप

100 मीटर सड़क बही

वैष्णो माता मंदिर के पास लगभग 100 मीटर सड़क पूरी तरह बह चुकी है। सुरक्षा दीवार नदी में जा चुकी है। सड़क का आधा हिस्सा भी नष्ट हो गया है। इसे फिर से बनाने में काफी समय लगेगा। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है।

100 करोड़ से अधिक का नुकसान

कुल्लू में 26 अगस्त को हुई बारिश से 100 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। 28 मकान, दुकानें, रेस्टोरेंट और गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। मनाली के वशिष्ठ चौक से मनाली ब्रिज तक बीआरओ की सड़क को भी नुकसान पहुंचा है। नुकसान का सही आकलन अभी चल रहा है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News