Himachal News: कुल्लू जिले में आपदा को चार महीने बीत गए हैं। लेकिन हिमाचल पथ परिवहन निगम की तीन बसें अभी भी विभिन्न मार्गों पर फंसी हुई हैं। ये बसें छमाहण, कमांद और भ्रैण क्षेत्रों में फंसी हैं। सत्रह अगस्त को ये बसें अलग-अलग रूट पर भेजी गई थीं।
भूस्खलन के कारण बसें मार्ग में ही अटक गईं। बस नंबर एचपी 66-3440 छमाहण में फंसी है। एचपी 38-8470 कमांद में और एचपी 66-6053 भ्रैण क्षेत्र में फंसी हुई है। लोक निर्माण विभाग अभी तक सड़कें नहीं बहाल कर पाया है।
ग्रामीणों को हो रही परेशानी
इन बसों के नहीं निकल पाने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भारी परेशानी हो रही है। कुछ क्षेत्रों में बस सेवाएं पूरी तरह बाधित हो गई हैं। स्कूल और कॉलेज के छात्रों को रोजाना यातायात की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण सुर, दीपक और नरेश कुमार ने बताया कि उनके क्षेत्र में अभी भी आपदा के जख्म हरे हैं। लोग दिक्कतें झेल रहे हैं लेकिन किसी को उनकी परवाह नहीं है। लोग पैदल यात्रा करने को मजबूर हैं।
पथ परिवहन निगम को घाटा
सड़कें बहाल नहीं होने से हिमाचल पथ परिवहन निगम को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। पथ परिवहन निगम कुल्लू डिपो को प्रतिदिन बीस हजार रुपये से अधिक का घाटा उठाना पड़ रहा है। बसें फंसी रहने से सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
निगम की बसें कुल्लू के दुर्गम इलाकों में फंसी हुई हैं। सड़कें भू-स्खलन की जद में आ गई हैं। बसों को निकाल पाना निगम के लिए सिरदर्द बना हुआ है। प्रशासन से लगातार संपर्क किया जा रहा है।
लोक निर्माण विभाग की प्रतिक्रिया
कुल्लू के लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता बीसी नेगी ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि छमाहण सड़क मार्ग को दो दिनों में बहाल कर दिया जाएगा। भ्रैण में लगभग बत्तीस डंगे लगने बाकी हैं।
नेगी ने कहा कि जैसे ही सरकार से पैसा आएगा, भ्रैण मार्ग को बहाल कर दिया जाएगा। कमांद मार्ग की बहाली का कार्य पहले ही शुरू हो चुका है। विभाग पूरी कोशिश कर रहा है।
पथ परिवहन प्रबंधक ने दी जानकारी
कुल्लू आरएम डीके नारंग ने पुष्टि की कि जिले के तीन सड़क मार्गों में तीन बसें अभी भी फंसी हुई हैं। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग को इस बारे में कई बार सूचित किया गया है। लेकिन अभी तक मार्ग पूरी तरह बहाल नहीं हो पाए हैं।
नारंग ने कहा कि बसों के फंसे रहने से स्थानीय यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों को निजी वाहनों में अतिरिक्त पैसे देकर सफर करना पड़ रहा है। स्थिति जल्द सामान्य होने की उम्मीद है।
