Kangra News: कांगड़ा-चंबा के लोकसभा सांसद किशन कपूर ने कहा कि हिमाचल सरकार केंद्र के विकासात्मक कार्यों का श्रेय स्वयं बटोरना चाहती है जो केंद्र प्रायोजित योजनाओं के माध्यम से हिमाचल विशेष रूप से कांगड़ा-चम्बा में पूरे किये गए हैं।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा-चम्बा को राजनीति का अखाड़ा बनाने की जगह इन जिलों के विकास की ओर सुक्खू सरकार को ध्यान देना चाहिए।
वीरवार को यहां जारी एक प्रेस बयान में सांसद किशन कपूर ने कहा कि धर्मशाला स्मार्ट सिटी योजना अधर में लटकी हुई है क्योंकि हिमाचल सरकार के पास हिस्से की धनराशि देने के लिये पैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि उद्घाटन कार्यक्रमों में सांसद को निमंत्रण नहीं देने का अर्थ प्रोटोकॉल की अनदेखी और संघीय ढांचे का निरादर है।
सांसद किशन कपूर ने कहा कि हिमाचल के विकास में पिछला एक दशक निसंदेह उल्लेखनीय रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष रुचि ले कर हिमाचल जैसे राज्य को देश के अन्य विकसित राज्यों की श्रेणी में ला खड़ा किया है। राज्य का आकांक्षी जिला चम्बा विकास की बुलंदियां छू रहा है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग के एक आकलन के अनुसार आकांक्षी जिलों की कतार में जिला चम्बा विकास की दृष्टि से दूसरे स्थान पर आया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की विभिन्न योजनाओं के तहत राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों को फोरलेन बनाने का कार्य जोरों पर चल रहा है। चम्बा जिला में चक्की-भरमौर राज मार्ग का कार्य भी प्रगति पर है।
प्रदेश की सुक्खू सरकार की कारगुजारी पर टिप्पणी करते हुए सांसद किशन कपूर ने कहा कि हिमाचल की सुक्खू सरकार जनता को झूठी गारंटी देकर सत्ता में आई लेकिन वो आश्वासन अभी तक पूरे नहीं हुए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार झूठे प्रलोभन दे कर प्रदेश की जनता को गुमराह कर रही है जिसका करारा जवाब जनता समय पर अवश्य देगी।
किशन कपूर ने कहा कि प्रदेश कठिन वित्तीय संकट से गुजर रहा है। बहुत से बोर्डों और निगमों के पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिये पैसा नहीं है। कई बोर्ड व निगम के कर्मचारियों को दो माह से वेतन नहीं मिला है। ऐसी स्थिति में हिमाचल की सरकार को आय के अतिरिक्त साधन जुटाने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को प्रशासन में फिजूल खर्ची रोकनी चाहिए। प्रदेश में बेरोजगारी को दूर करने के उपाय तलाशे जाने चाहिए।