किन्नौर कैलाश यात्रा एक से 15 अगस्त तक चलेगी। पंजीकरण और मेडिकल जांच के बाद देशभर के श्रद्धालु यात्रा पर जा सकेंगे। श्रद्धालुओं को करीब 17 किमी की चढ़ाई चढ़ने के बाद महादेव के दर्शन होंगे।
6,050 मीटर की ऊंचाई पर श्रद्धालु महादेव के दर माथा टेकेंगे। श्रद्धालुओं की मेडिकल जांच तांगलिंग में सुबह 9:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक होगी। किन्नौर जिले के तांगलिंग गांव से करीब 9 किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद पहले दिन गणेश पार्क पहुंचना होगा। यहां जिला प्रशासन और तांगलिंग गांव के ईष्ट देवता परका शांगकरेस किन्नौर कैलाश यात्रा संचालन कमेटी ने श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए गणेश पार्क और शाकार नामक जगह पर अस्थायी शिविरों की व्यवस्था की है।
दूसरे दिन गणेश पार्क से आठ किमी की खड़ी चढ़ाई चढ़कर शिवलिंग के दर्शन संभव होंगे। श्रद्धालुओं को पूजा-अर्जना और दर्शन के बाद वापस गणेश पार्क लौटना होगा। तीसरे दिन यात्रा समाप्त कर लौटना होगा। जिला पर्यटन अधिकारी एवं एसडीएम कल्पा डॉ. शशांक गुप्ता और किन्नर कैलाश यात्रा संचालन कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह नेगी, वरिष्ठ सलाहकार एवं प्रधान पोवारी तांगलिंग भूपेंद्र सिंह नेगी ने श्रद्धालुओं से आह्वान किया है कि वे यात्रा के दौरान फूलों सहित अन्य वनस्पतियों को क्षति न पहुंचाएं। सफाई का विशेष ध्यान दें।
85 श्रद्धालुओं का जत्था भेजा जाएगा यात्रा पर
प्रशासन ने गणेश पार्क, गुफा और शाकार में करीब डेढ़ सौ लोगों के रहने की व्यवस्था की है। निजी अस्थायी शिविर भी लगेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तांगलिंग के बेस कैंप से किन्नर कैलाश तक जगह-जगह पेयजल और शौचालय की व्यवस्था की गई है। यात्रा के दौरान सबसे पहले पीएचसी तांगलिंग में श्रद्धालुओं की मेडिकल जांच की जाएगी। स्वस्थ पाए जाने पर ही यात्रा संभव होगी। एक बार में 60 ऑनलाइन और 25 ऑफलाइन इस तरह से 85 श्रद्धालुओं का जत्था यात्रा पर भेजा जाएगा। श्रद्धालुओं के साथ अलग से पोर्टर भी हो सकते हैं।
अगर मौसम ठीक रहा तो एक से 15 अगस्त तक किन्नौर कैलाश यात्रा जारी रहेगी। मौसम में तबदीली आई तो एक के बजाय चार अगस्त से यात्रा शुरू होगी।
-डॉ. शशांक गुप्ता, जिला पर्यटन अधिकारी एवं एसडीएम कल्पा