Shimla News: किन्नौर जिले में निगुलसरी के पास नौ दिनों से बंद राष्ट्रीय राजमार्ग-5 रविवार को पूरी तरह बहाल हो गया। मार्ग खुलने के बाद फंसे वाहनों को निकालने का काम शुरू हुआ। इस दौरान राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के काफिले के आने से स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
मंत्री के काफिले पर भड़के लोग
मार्ग बहाल होते ही अचानक पहुंचे मंत्री के काफिले को प्राथमिकता दिए जाने पर लोग बिफर गए। लोगों ने नारेबाजी करके विरोध प्रदर्शन किया। एसपी किन्नौर ने भीड़ को शांत करने का प्रयास किया। चालान काटने की बात पर लोग और अधिक भड़क उठे।
यातायात बहाली की प्रक्रिया
एनएच प्राधिकरण ने सुबह कार्य शुरू करके लगभग 11 बजे मार्ग खोल दिया। सबसे पहले भावानगर की ओर से फंसे सेब और मटर से लदे ट्रकों को निकाला गया। इसके बाद रामपुर दिशा के वाहनों को आगे बढ़ाया गया। दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे होने के कारण जाम की स्थिति बनी रही।
सोल्डिग में भी अव्यवस्था
सोल्डिग क्षेत्र में भी यातायात अव्यवस्था पर लोग भड़क गए। रामपुर-शिमला की ओर जाने वाले वाहन चालकों और पर्यटकों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस और होमगार्ड की मौजूदगी में यातायात धीरे-धीरे आगे बढ़ाया जा रहा था।
लोगों में जारी है असंतोष
लोगों ने आरोप लगाया कि साफ मौसम के बावजूद बहाली का कार्य देर से शुरू किया गया। वाहनों की रिहाई संतुलित ढंग से नहीं हुई। रामपुर की ओर से कम वाहनों को प्राथमिकता दिए जाने पर भी विरोध जताया गया। मार्ग खुलने से बागवानों और यात्रियों ने राहत की सांस ली।
