प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा जनजातीय क्षेत्रों खासकर जिला किन्नौर के साथ हमेशा भेदभाव की नीति अपनाई गई है। जिससे जिला किन्नौर में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पडे हुए हैं तथा जिला में विकास पूरी तरह रुक गया है।यह आरोप किन्नौर विधायक जगत सिंह नेगी ने भाजपा सरकार पर अपने पूह खण्ड के पांच दिवसीय दौरे के दौरान लगाए।
जगत सिंह नेगी ने पूह खण्ड के रिस्पा, मूरंग, ठंगी व सीमांत गांव चारंग का दौरा किया तथा इस दौरान उन्होंने लोगों की जन समस्याओं को भी सुना व उनका शीघ्र समाधान करने का आश्वासन दिया, उन्होंने कहा कि चारंग गांव के दौरे के दौरान उन्हें गांव में चलने वाले मनरेगा कार्यो के बारे में पता चला है कि चारंग पंचायत में लम्बे समय से मनरेगा के सभी काम ठप हुए है। ऐसे में लोगों के रोजगार के साथ भी सरकार खिलवाड़ कर रही है।
जगत सिंह नेगी ने प्रदेश सरकार पर जमकर प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार को जनजातीय लोगों की कोई भी चिंता नहीं है ,और पिछले साढे 4 सालों में प्रदेश के साथ-साथ जिला किन्नौर की भी अनदेखी की गई है तथा प्रदेश की भाजपा सरकार के समय जिला किन्नौर के पूह खण्ड के लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
परन्तु सरकार गहरी नींद में सोई हुई है। उन्होंने कहा कि किन्नौर कांग्रेस ने नोतोड़ व एफ आर ए के लिए जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आंदोलन किया लेकिन वर्ष 2022 हो गया, लेकिन अभी तक भाजपा के शासन काल में जमीनी स्तर पर कुछ नहीं हुआ, परन्तु सत्ता में कांग्रेस सरकार के आते ही जिला के लाभार्थियों को नोतोड़ और एफ आर ए के तहत मालीक़ाकाना हक देने का काम किया जाएगा।