शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

खालिस्तानी आतंकवाद: SFJ ने भारतीय वाणिज्य दूतावास घेरने की धमकी दी

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Ottawa News: कनाडा में सक्रिय खालिस्तानी आतंकवादी समूह सिख फॉर जस्टिस ने भारतीय वाणिज्य दूतावास की घेराबंदी की धमकी दी है। समूह ने अठारह सितंबर को वैंकूवर स्थित भारतीय दूतावास को घेरने की घोषणा की है। इसके पोस्टर में नए भारतीय उच्चायुक्त के चेहरे को निशाना बनाया गया है।

समूह ने एक बयान जारी कर भारतीय-कनाडाई नागरिकों को दूतावास न आने की चेतावनी दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय दूतावास खालिस्तान समर्थकों पर नजर रख रहा है। यह घटना भारत-कनाडा संबंधों में तनाव के बीच सामने आई है।

एसएफजे की धमकी और दावे

सिख फॉर जस्टिस ने अपने प्रचार पत्र में लिखा कि दो साल पहले प्रधानमंत्री ट्रूडो ने संसद को हरदीप सिंह निज्जर हत्या में भारतीय भूमिका की जानकारी दी थी। उनका दावा है कि दूतावास अब भी जासूसी और निगरानी कार्य जारी रखे हुए है। समूह ने इसे गंभीर खतरा बताया है।

उन्होंने आगे कहा कि कनाडाई पुलिस ने इंद्रजीत सिंह गोसल को सुरक्षा की पेशकश की है। गोसल ने निज्जर की मृत्यु के बाद खालिस्तान जनमत संग्रह अभियान का नेतृत्व संभाला था। यह बयान भारत-कनाडा संबंधों में नई बाधा उत्पन्न कर सकता है।

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कनाडा में खालिस्तानी गतिविधियां

कनाडाई सरकार की एक आंतरिक रिपोर्ट में खालिस्तानी समूहों की मौजूदगी स्वीकार की गई है। रिपोर्ट में माना गया कि कनाडाई धरती पर ये समूह भारत के खिलाफ आतंक के लिए धन जुटा रहे हैं। यह स्वीकारोक्ति भारत की लंबे समय से चली आ रही चिंताओं को सही ठहराती है।

हाल ही में कनाडाई अदालतों ने खालिस्तान समर्थक गतिविधियों से जुड़े तीस लोगों की शरण याचिकाएं खारिज की हैं। आवेदकों ने दावा किया था कि भारत लौटने पर उन्हें उत्पीड़न का सामना करना पड़ेगा। अदालत ने इन दावों को खारिज कर दिया।

भारत-कनाडा संबंधों की स्थिति

यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब दोनों देश संबंधों को सामान्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं। हाल ही में कनाडा का रवैया बदलता हुआ दिखाई दिया है। संघीय अदालतों के फैसलों ने खालिस्तान समर्थकों के लिए मुश्किलें खड़ी की हैं।

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भारत लगातार कनाडा से आतंकवादी गतिविधियों पर कार्रवाई की मांग करता रहा है। दोनों देशों के बीच तनाव का मुख्य कारण खालिस्तानी समूहों को मिलने वाला समर्थन है। इस मामले ने द्विपक्षीय संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

सुरक्षा चिंताएं और भविष्य

भारतीय दूतावासों की सुरक्षा चिंता का विषय बनी हुई है। धमकी के बाद सुरक्षा व्यवस्था और सख्त की गई है। कनाडाई अधिकारियों से समन्वय बढ़ाया गया है।

वैंकूवर पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा उपायों की घोषणा की है। उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध की अनुमति दी है लेकिन हिंसा की आशंका पर कड़ी नजर रखी जा रही है। भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

इस घटना से भारत-कनाडा संबंधों की नाजुक प्रकृति एक बार फिर उजागर हुई है। दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली के लिए ठोस कदमों की आवश्यकता है। आतंकवाद से निपटने में सहयोग महत्वपूर्ण होगा।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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