Kerala News: केरल में हुए स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे चर्चा का विषय बन गए हैं। केरल चुनाव में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) को कई जगहों पर करारी हार मिली है। इस हार से दुखी होकर LDF कार्यकर्ता बाबू वर्गीस ने अपनी मूंछें मुंडवा ली हैं। उन्होंने चुनाव से पहले सार्वजनिक तौर पर यह शर्त लगाई थी। पथानामथिट्टा में पार्टी के पिछड़ने के बाद उन्होंने अपना वादा निभाया। यह घटना अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है।
चुनाव से पहले खाई से थी कसम
बाबू वर्गीस ने पथानामथिट्टा नगरपालिका चुनाव से पहले एक बड़ी कसम खाई थी। उन्होंने ऐलान किया था कि अगर लेफ्ट गठबंधन सत्ता बचाने में नाकाम रहा, तो वह अपनी मूंछें मुंडवा लेंगे। नतीजों में केरल चुनाव के दौरान LDF को यहां झटका लगा। रुझान आते ही यह साफ हो गया कि UDF जीत रही है। इसके तुरंत बाद वर्गीस अपने दोस्तों के साथ सैलून पहुंचे। वहां उन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच अपनी मूंछें साफ करवा लीं।
यूडीएफ ने तोड़ा लेफ्ट का किला
इस बार के केरल चुनाव नतीजों ने वाम दलों को बड़ा झटका दिया है। पथानामथिट्टा जिले की चार में से तीन नगरपालिकाओं पर कांग्रेस नीत UDF ने कब्जा जमा लिया है। यूडीएफ ने पथानामथिट्टा, तिरुवल्ला और पंडालम में जीत हासिल की है। लेफ्ट गठबंधन के पास पहले पथानामथिट्टा और तिरुवल्ला सीटें थीं, जो अब हाथ से निकल गई हैं। LDF अब सिर्फ अडूर नगरपालिका को ही बचाने में सफल रही है।
जिला पंचायत में भी UDF का दबदबा
जिला पंचायत के नतीजों में भी बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। 16 सदस्यों वाली जिला पंचायत में UDF ने 12 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है। इससे पहले यहां लेफ्ट का कब्जा था और उनके पास 12 सीटें थीं। अब LDF केवल चार सीटों पर सिमट गई है। यूडीएफ ने 34 ग्राम पंचायतों और सात ब्लॉक पंचायतों पर भी जीत हासिल की है। इन नतीजों ने जिले में लेफ्ट के लंबे समय से चले आ रहे वर्चस्व को खत्म कर दिया है।
पूरे राज्य में यूडीएफ की वापसी
साल 2025 के स्थानीय निकाय चुनावों में UDF ने पूरे राज्य में मजबूत वापसी की है। यूडीएफ ने 86 में से 54 नगरपालिकाओं पर जीत हासिल की है। इसके अलावा 941 ग्राम पंचायतों में से 504 पर भी कब्जा किया है। ब्लॉक पंचायतों में भी 152 में से 79 सीटें UDF के खाते में गई हैं। जानकार इसे पिनाराई विजयन सरकार के खिलाफ जनता की बदलती भावना मान रहे हैं। केरल चुनाव के ये नतीजे आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भी एक बड़ा संकेत हैं।
