शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

केदारनाथ धाम: भाई दूज पर भव्य समारोह के साथ बंद हुए कपाट, ऊखीमठ के लिए रवाना हुई बाबा की डोली

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Uttarakhand News: केदारनाथ धाम के कपाट आज भाई दूज के पावन पर्व पर बंद कर दिए गए। सुबह आठ बजकर तीस मिनट पर विधि-विधान से कपाट बंद हुए। इसके बाद बाबा केदार की पंचमुखी डोली ऊखीमठ के लिए रवाना हो गई। दस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने इस भव्य समारोह में भाग लिया। अगले छह माह तक बाबा केदार के दर्शन ऊखीमठ में होंगे।

भव्य समारोह में उमड़ा आस्था सैलाब

केदारनाथ मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। कपाट बंदी के इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने हज़ारों भक्त मौजूद थे। सेना के बैंड ने भक्तिमय धुनें बजाईं। मंदिर परिसर में ‘जय बाबा केदार’ के जयघोष गूंजते रहे। पूरा वातावरण आस्था और भक्ति से सराबोर था।

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डोली यात्रा का ऐतिहासिक महत्व

कपाट बंद होने के बाद बाबा केदार की पंचमुखी डोली को मंदिर से बाहर लाया गया। यह डोली अब ऊखीमठ के लिए रवाना हो चुकी है। डोली के साथ हजारों भक्तों का जुलूस भी चल पड़ा है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। हर साल भाई दूज के दिन यही प्रक्रिया अपनाई जाती है।

ऊखीमठ में अगले छह माह तक दर्शन

बाबा केदार की डोली अब ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचेगी। यहां अगले छह महीने तक भक्त दर्शन कर सकेंगे। ऊखीमठ को बाबा केदार का शीतकालीन गद्दीस्थल कहा जाता है। आने वाले महीनों में यहां पूजा-अर्चना का सिलसिला जारी रहेगा। भक्तों के लिए यह विशेष आस्था का केंद्र बना रहेगा।

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अगले साल अप्रैल में फिर खुलेंगे कपाट

केदारनाथ धाम में दर्शन का सिलसिला अब अगले साल अप्रैल-मई तक के लिए बंद हो गया है। अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर कपाट पुनः खोले जाएंगे। इस दौरान मंदिर की देखरेख और रखरखाव का काम जारी रहेगा। चारधाम यात्रा का अगला सत्र अगले वर्ष वसंत ऋतु में शुरू होगा। लाखों श्रद्धालु फिर से बाबा के दर्शन के लिए आएंगे।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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