Kangra News: किडनी की बीमारी से ग्रसित एक व्यक्ति से 10 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस बाबत पीड़ित ने पुलिस थाना धर्मशाला व एसपी कांगड़ा को शिकायत पत्र देकर मामले की जानकारी दी है। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन की कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति (केसीसीबी) के निदेशक रणजीत सिंह राणा से किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर 10 लाख रुपये की यह ठगी 2019 में हुई थी।
मामले की शिकायत उन्होंने अब पुलिस अधीक्षक कांगड़ा डॉ. खुशहाल शर्मा से की है। रणजीत सिंह राणा ने अपनी शिकायत में कहा कि उनकी दोनों किडनियां खराब हैं। 2019 में एक दिन वह धर्मशाला के कचहरी चौक के पास स्थित एक निजी होटल में बैठे हुए थे। इस दौरान एक व्यक्ति उनके पास आया और उनसे परेशानी का कारण पूछा। इस पर उन्होंने उसे अपनी किडनी की बीमारी के बारे में बताया। व्यक्ति ने अपना परिचय देते हुए खुद को नितिन गुप्ता और साथ बैठी महिला को अपनी पत्नी बताया।
विजिटिंग कार्ड देते हुए कहा कि वह कानून मंत्री के पीए भी हैं। उनके भाई का दिल्ली में अस्पताल है। उस अस्पताल में किडनी के डोनर का प्रबंध भी कर दिया जाता है और किडनी ट्रांसप्लांट भी की जाती है। बातों-बातों में उसने रणजीत सिंह को विश्वास में ले लिया।
करीब दो माह के बाद नितिन ने फोन कर बताया कि उसने अपने भाई से बात की ली है। इलाज के लिए 10 लाख रुपये दे दो और किडनी का प्रबंध होते ही बुला लिया जाएगा। इस पर उन्होंने 23 मार्च, 2019 को 10 लाख रुपये बताए गए खाते में जमा करवा दिए। इसके बाद वह फोन का इंतजार कर रहे, लेकिन फोन नहीं आया और जब भी वह फोन करते वह नंबर बंद आता रहा। उधर, एएसपी कांगड़ा हितेश लखनपाल ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर पुलिस थाना धर्मशाला में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।