Himachal News: हिमाचल प्रदेश की 21 वर्षीय कृतिका ठाकुर ने गौमुख से 600 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा पूरी कर इतिहास रच दिया। मंडी जिले के देरदू गांव की रहने वाली कृतिका राज्य की पहली महिला बनीं, जिन्होंने यह यात्रा की। उन्होंने गंगाजल लेकर अपने गांव के ओंकारेश्वर मंदिर में शिवलिंग का जलाभिषेक किया। यह उनकी लगातार दूसरी कांवड़ यात्रा थी। गांववासियों ने उनके स्वागत में उत्साह दिखाया।
गौमुख से शुरू हुई चुनौतीपूर्ण यात्रा
कृतिका ने इस साल गौमुख से अपनी कांवड़ यात्रा शुरू की। पिछले साल उन्होंने हरिद्वार से सुंदरनगर तक यात्रा पूरी की थी। इस बार उन्होंने उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों से पैदल चलकर अपनी भक्ति और शक्ति को परखा। उनके साथ उनके पिता, चाचा और अन्य ग्रामीण थे। सावन के महीने में यह यात्रा उन्होंने भगवान शिव के प्रति समर्पण के साथ पूरी की।
परिवार से मिली प्रेरणा
कृतिका ने अपनी कांवड़ यात्रा की प्रेरणा अपने पिता राजेंद्र कुमार को दी। उनके परिवार के पुरुष सदस्य पहले भी कांवड़ यात्रा में शामिल रहे हैं। इस बार उनके पिता और चाचा ने भी यात्रा में उनका साथ दिया। गांव के अन्य लोगों ने भी उनकी हिम्मत की सराहना की। यात्रा के समापन पर पूरा गांव ओंकारेश्वर मंदिर में उनके स्वागत के लिए जमा हुआ।
मुक्केबाज और छात्रा हैं कृतिका
कृतिका सुंदरनगर के एमएलएसएम कॉलेज में बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन की द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। वे राज्य स्तरीय मुक्केबाज भी हैं। उनकी खेल और पढ़ाई में उपलब्धियां उनकी मेहनत को दर्शाती हैं। कांवड़ यात्रा जैसी चुनौती को पूरा करना उनकी शारीरिक और मानसिक ताकत को दर्शाता है। उन्होंने इस यात्रा से अपनी धार्मिक और शारीरिक क्षमता को साबित किया है।
