Kangra News: कांगड़ा जिले के थुरल क्षेत्र के बछवाई गांव में एक अप्रत्याशित घटना घटी है। बिना किसी भूस्खलन के पूरी जमीन अचानक धंस गई है। इससे पूरा गांव जमींदोज होने की कगार पर पहुंच गया है। लगभग एक किलोमीटर के दायरे में जमीन 10 फीट तक नीचे धंस चुकी है।
स्थानीय प्रशासन ने भारतीय सेना को बचाव कार्यों के लिए बुलाया है। सेना ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे इलाके को सील कर दिया है। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। इस आपदा में 13 घर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं।
सेना का त्वरित प्रतिक्रिया
भारतीय सेना ने कमांडर ऑफिसर की अगुवाई में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। आर्मी के जवान हर घर तक रास्ता बनाकर परिवारों का सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं। कर्नल अर्पित पारिक की टीम मौके पर पहुंचकर प्रभावितों की मदद कर रही है।
कई मकानों में बड़ी दरारें आ गई हैं और दो मकान गिरने की कगार पर हैं। सेना ने चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध कराई है। लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए गाड़ियों की व्यवस्था की गई है। स्थानीय लोगों ने सेना के त्वरित प्रयासों की सराहना की है।
जमीन धंसने की घटना
स्थानीय लोगों के अनुसार 15 सितंबर की रात भारी बारिश के बाद जमीन खिसकना शुरू हुई। सड़क दो हिस्सों में बंट गई और बीच में 15 फीट गहरी खाई बन गई। उषा कुमारी और सुनीता जैसी महिलाओं ने बताया कि वे तुरंत सुरक्षित स्थानों पर भाग गईं।
सुबह तक उनके घर जमींदोज हो गए। हालांकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सेना और प्रशासन के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि बड़ी त्रासदी को टालने में सफलता मिली है।
