Kangra News: पुलिस ने जाखुनी जंगल से खैर के पेड़ों की बड़े पैमाने पर चोरी का मामला सुलझाया है। एक कुख्यात सरगना को गिरफ्तार किया गया है। संसारपुर टैरस पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण और टीमवर्क से इस चुनौतीपूर्ण केस को सुलझाया। आरोपी के खिलाफ पहले से ही 32 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों और मोबाइल सिग्नल के जरिए उसका पता लगाया।
यह मामला आठ सितंबर को सामने आया था। वन रक्षक युद्धवीर सिंह ने जाखुनी जंगल में खैर के पेड़ों की चोरी की शिकायत की थी। चोरी किए गए पेड़ों का मूल्य लगभग 6.5 लाख रुपये आंका गया है। इस पर संसारपुर टैरस थाने में मामला दर्ज किया गया था। अपराधियों ने कोई सीधा सुराग नहीं छोड़ा था जिससे जांच मुश्किल हो गई थी।
एसपी देहरा मयंक चौधरी ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तीन टीमें गठित कीं। इन टीमों में एसडीपीओ कार्यालय डाडासीबा, एसपी कार्यालय देहरा और पुलिस थाना संसारपुर टैरस के अधिकारी शामिल थे। एसडीपीओ डाडासीबा की देखरेख में सभी टीमों ने समन्वय बनाकर काम किया और साक्ष्य जुटाए।
जांच में सीसीटीवी फुटेज एक अहम सुराग साबित हुआ। फुटेज में बिना नंबर प्लेट वाले दो वाहन देखे गए। तकनीकी विश्लेषण से इन वाहनों की रूट सेल आईडी पंजाब तक पाई गई। इसके बाद दो संदिग्ध मोबाइल नंबरों की पहचान की गई। इन नंबरों के सीडीआर विश्लेषण ने आरोपी तक पहुंचने का रास्ता साफ किया।
सीडीआर विश्लेषण से बलविंदर उर्फ बंटी नाम का एक शख्स सामने आया। वह एक आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं। पता चलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। पीएस संसारपुर टैरस और जिला पुलिस देहरा की संयुक्त टीम ने मंड रायतपुर में छापा मारा।
इस छापेमारी में आरोपी बलविंदर को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद उसने जांच में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने जाखुनी जंगल में खैर के पेड़ों की अवैध कटाई में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। पुलिस अब बरामदगी की कार्रवाई कर रही है।
एसपी मयंक चौधरी ने बताया कि आरोपी के साथियों की तलाश जारी है। पुलिस का मानना है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हैं। टीमें अन्य संदिग्धों को पकड़ने के लिए काम कर रही हैं। इस सफलता को पुलिस की बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा है।
यह सफलता सभी जांच इकाइयों की पेशेवर टीम वर्क का नतीजा है। एसडीपीओ डाडासीबा के प्रभावी पर्यवेक्षण और देहरा पुलिस कर्मियों के समर्पित प्रयासों से यह संभव हुआ। पुलिस ने बिना किसी सुराग के इस मामले को सुलझाकर अपनी क्षमता का परिचय दिया है।
पुलिस का कहना है कि वन संपदा की रक्षा उनकी प्राथमिकता है। इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की गहराई में जाकर सभी पक्षों की जांच कर रही है।
