Himachal News: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ टीम मंगलवार से कांगड़ा जिले के दौरे पर है। यह दल पोस्ट डिजास्टर नीड्स असेस्मेंट (पीडीएनए) 2025 के तहत मानसूनी आपदा से हुए नुकसान का विस्तृत मूल्यांकन कर रहा है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी शिल्पी बेक्टा ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य आपदा के प्रभाव का आकलन कर राज्य स्तर पर एक समग्र रिपोर्ट तैयार करना है। टीम जिले के विभिन्न स्थानों का निरीक्षण करेगी और विभागाध्यक्षों के साथ बैठक करेगी।
इससे पहले सोमवार को अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी शिल्पी बेक्टा ने उपायुक्त कार्यालय के एनआईसी सभागार में एक तैयारी बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों ने भाग लिया। बेक्टा ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से आए क्षेत्रीय विशेषज्ञ जिला के विभिन्न विभागाध्यक्षों के साथ गहन विचार-विमर्श करेंगे। इस संवाद से विभिन्न क्षेत्रों की क्षति का सटीक आकलन करने में मदद मिलेगी।
मंगलवार को धर्मशाला में आयोजित होगी महत्वपूर्ण बैठक
मंगलवार कोडीसी कार्यालय धर्मशाला में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में एनडीएमए की विशेषज्ञ टीम और जिले के सभी विभागाध्यक्ष शामिल होंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य मानसून 2025 के दौरान हुई प्राकृतिक आपदा के प्रभाव का व्यापक मूल्यांकन करना है। इसके आधार पर राज्य स्तर पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी जो भविष्य की रणनीति तय करने में मददगार साबित होगी।
बैठक के उपरांत विशेषज्ञ दल जिले के विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के लिए फील्ड विजिट पर जाएगा। इस दौरान सभी संबंधित विभागीय अधिकारी निर्धारित स्थानों पर उपलब्ध रहेंगे। उनका कार्य विशेषज्ञ टीम को मौके पर ही आवश्यक जानकारी और तथ्यों से अवगत करवाना होगा। इससे टीम को क्षति का प्रत्यक्ष आकलन करने में सहूलियत होगी।
विभागाध्यक्षों को जारी किए गए निर्देश
इससेपूर्व आपदा प्रबंधन निदेशक एवं विशेष सचिव डीसी राणा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिले के विभागाध्यक्षों को आवश्यक निर्देश जारी किए थे। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभाग 2025 की प्राकृतिक आपदा से संबंधित समस्त आंकड़ों को निर्धारित पोर्टल पर शीघ्र अपलोड करें। इसका उद्देश्य आपदा से हुए नुकसान की सटीक और अद्यतन जानकारी उपलब्ध करवाना है।
अधिकारियों ने बताया कि यह आकलन प्रक्रिया भविष्य में आपदा प्रबंधन की योजना बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे प्राप्त आंकड़े और सिफारिशें राज्य और केंद्र सरकार को राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए संसाधन आवंटित करने में मार्गदर्शन करेंगी। साथ ही भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारी भी बेहतर हो सकेगी।
पीडीएनए आकलन का महत्व
पोस्ट डिजास्टर नीड्स असेस्मेंट एक व्यवस्थित प्रक्रियाहै जो आपदा के बाद की जरूरतों का आकलन करती है। इसके तहत मानवीय, आर्थिक और पर्यावरणीय क्षति का विस्तृत ब्यौरा तैयार किया जाता है। कांगड़ा जिले में की जा रही यह प्रक्रिया राज्य सरकार को केंद्र से वित्तीय सहायता का आवेदन करने में सहायक होगी।
विशेषज्ञ दल द्वारा एकत्र किए गए आंकड़े और निष्कर्ष पुनर्निर्माण और रिकवरी कार्यक्रमों का आधार बनेंगे। इस आकलन से जुटी जानकारी प्रभावित समुदायों के लिए दीर्घकालिक समाधान विकसित करने में मदद करेगी। साथ ही भविष्य में आपदा जोखिम में कमी लाने की रणनीति तैयार करने में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
क्षेत्रीय अधिकारियों ने दिखाई सक्रिय भागीदारी
जिलाप्रशासन ने एनडीएमए की विशेषज्ञ टीम के दौरे की पूरी तैयारी की है। सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे आवश्यक दस्तावेज और आंकड़े तैयार रखें। अधिकारी विशेषज्ञ दल को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे, कृषि क्षेत्र और सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान का स्थलीय अवलोकन भी करवाएंगे।
