Himachal News: कांगड़ा जिले में पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। गगल पुलिस थाने के समीप हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस के चालक और परिचालक पर दो टैक्सियों में सवार लोगों ने हमला किया। हमलावरों ने दोनों कर्मचारियों की वर्दी भी फाड़ दी।
यह घटना रविवार रात करीब 8:30 बजे घटी। पठानकोट से बैजनाथ जा रही बस को टैक्सियों ने रोका और हमलावर अंदर घुस गए। उन्होंने पहले चालक तिलक राज को खींचा और फिर कंडक्टर दामोदर दास पर हमला बोल दिया। हमले के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
यात्रियों में मचा दहशत का माहौल
हमले के समय बस में 47 सवारियां मौजूद थीं। यात्री अंकुश और चंदन ने बताया कि हमलावरों ने अत्यधिक नशा किया हुआ था। उन्होंने चालक और परिचालक को बचाने का प्रयास किया लेकिन हमलावर बेकाबू थे। बस में मौजूद अन्य यात्री सहम गए और डर के मारे हस्तक्षेप नहीं कर सके।
घटना के तुरंत बाद सभी सवारियों को दूसरी बस के माध्यम से उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। स्थानीय निवासियों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि ऐसे हमलों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
पुलिस ने शुरू की जांच
गगल पुलिस थाने के जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल सुदेश कुमार ने घटनास्थल का मुआयना किया। उन्होंने बताया कि चालक और परिचालक की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से हमलावरों की पहचान करने में जुटी है।
पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें। इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता है।
यातायात व्यवस्था पर प्रभाव
इस प्रकार की घटनाएं न केवल यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं बल्कि यातायात व्यवस्था को भी प्रभावित करती हैं। पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर यह दूसरी ऐसी घटना नहीं है। स्थानीय लोगों ने इस क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने की मांग की है।
हिमाचल पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों ने भी सुरक्षा के मुद्दे को उठाया है। उनका कहना है कि ऐसे हमले न केवल उनके मनोबल को प्रभावित करते हैं बल्कि सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करते हैं। प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
