Kangra News: हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के पूरे निदेशक मंडल को निलंबित कर दिया गया है। राज्य सहकारी रजिस्ट्रार दोरजे छेरिंग ने बोर्ड के सभी 20 सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्हें जवाब देने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है। बैंक में वित्तीय अनियमितताओं और नियमों के गंभीर उल्लंघन के आरोप हैं।
रजिस्ट्रार ने बोर्ड को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। बैंक की कमान अब कांगड़ा के डिविजनल कमिश्नर विनोद कुमार को सौंपी गई है। उन्हें बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है। यह कार्रवाई बैंक के प्रबंधन में गंभीर लापरवाही के मद्देनजर की गई है।
नाबार्ड की रिपोर्ट में उजागर हुईं कमियां
नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट लगातार बैंक का निरीक्षण कर रहा था। नाबार्ड ने वर्ष 2015-16 से ही बैंक में कमजोरियां बताई थीं। वर्ष 2022, 2023 और 2024 की हालिया रिपोर्टों ने गंभीर मुद्दे उजागर किए। इनमें बड़े पैमाने पर गैरनिष्पादित परिसंपत्तियां यानी एनपीए शामिल था।
रिपोर्टों में अवैध ऋण वितरण की भी बात सामने आई। साथ ही आंतरिक नियंत्रण प्रणाली कमजोर पाई गई। नाबार्ड ने कई अन्य वित्तीय अनियमितताओं की ओर भी इशारा किया था। इन सभी चेतावनियों के बावजूद बैंक प्रबंधन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
बैंक की प्रबंधन समिति ने सुधारात्मक कार्रवाई नहीं की। बैंक के प्रबंध निदेशक ने केवल औपचारिकता पूरी की। उन्होंने रिपोर्ट तो पेश कर दी, लेकिन बोर्ड ने गंभीरता से चर्चा नहीं की। कोई ठोस कार्ययोजना भी तैयार नहीं की गई। इस लापरवाही ने बैंक की स्थिति और खराब कर दी।
निदेशक मंडल पर हटाने की कार्रवाई
राज्य सहकारी रजिस्ट्रार ने बोर्ड के सदस्यों को नोटिस जारी किया है। उनसे 10 दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं होता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर आगे की प्रक्रिया तय होगी।
निदेशकों को उनके पदों से हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भविष्य में किसी भी सहकारी समिति का चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया जा सकता है। यह कदम बैंक के हित में उठाया गया है। इससे बैंक के प्रबंधन में सुधार की उम्मीद है।
बोर्ड चुनाव भी हुए स्थगित
बैंक के निदेशक मंडल के चुनाव भी स्थगित कर दिए गए हैं। ये चुनाव 29 सितंबर को होने थे। सहकारिता विभाग ने प्राकृतिक आपदा को चुनाव स्थगित करने का कारण बताया है। बैंक का कार्यक्षेत्र कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर, कुल्लू और लाहुल-स्पीति जिलों में है।
इनमें से कुछ जिले प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हैं। ऐसे में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराना मुश्किल है। इसीलिए चुनाव प्रक्रिया को आगामी आदेश तक के लिए रोक दिया गया है। पहले से शुरू की गई सभी प्रक्रियाएं तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं।
