Shimla News: मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार नरेश चौहान ने सांसद कंगना रनौट पर आपदा के समय अनुपस्थित रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भाजपा का अभिनेत्री को उतारने का प्रयोग विफल रहा है। चौहान ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को मुश्किल समय में जनता के बीच रहना चाहिए।
चौहान ने बताया कि राज्य को आपदा से पाँच हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। तीन महीने तक लगातार बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएँ हुईं। इन घटनाओं में ४१९ लोगों की मौत हुई है। इनमें से २३६ की मौत बारिश संबंधित घटनाओं में हुई।
सांसद की जिम्मेदारी पर सवाल
चौहान ने कहा कि कंगना रनौट ने स्वयं एक साक्षात्कार में कहा था कि सांसद होने के लिए साल में साठ दिन काम करना पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि कंगना एक सेलिब्रिटी जरूर हैं लेकिन वह अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में विफल रही हैं। मंडी के लोगों और भाजपा को भी अब यह एहसास हो गया है।
केंद्र सरकार से मांग
चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने १५०० करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है। सरकार इस बात पर स्पष्टता चाहती है कि यह राशि विशेष अनुदान के रूप में मिलेगी या योजना-आधारित आवंटन के माध्यम से। उन्होंने केंद्र से वन संरक्षण अधिनियम में संशोधन करने का भी आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ३० जून से हर प्रभावित जिले का दौरा कर रहे हैं। सरकारी तंत्र ने आवश्यक सेवाएं शीघ्र बहाल की हैं। मणिमहेश यात्रा के दौरान फंसे पंद्रह हज़ार लोगों को सुरक्षित निकाला गया। सरकार आपदा प्रबंधन में पूरी तरह से सक्रिय है।
