Mandi News: मंडी जिले के कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर बुधवार रात हुए भूस्खलन को लेकर सांसद कंगना रनौत के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। प्रशासन ने उनकी पोस्ट को अफवाह बताते हुए कहा है कि अभी तक किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है। राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
कंगना रनौत ने जताया था दुख
मंडी की सांसद कंगना रनौत ने गुरुवार सुबह सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की। उन्होंने बनाला के पास हुए भूस्खलन को अत्यंत दुखद बताया। उन्होंने आशंका जताई कि पहाड़ धंसने से कई लोग और वाहन मलबे में दबे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं और प्रशासन से संपर्क में हैं।
प्रशासन ने किया खंडन
मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन को एक वीडियो संदेश जारी करना पड़ा। उन्होंने इंटरनेट पर फैल रही खबरों को पूरी तरह अफवाह करार दिया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा जनहानि की गलत सूचना फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी तक कोई साक्ष्य सामने नहीं आया है।
कैसे हुई थी घटना
बुधवार रात साढ़े आठ बजे बनाला के पास ऊंची पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ। इसका मलबा ब्यास नदी तक पहुंच गया। करीब 100 मीटर सड़क मार्ग भारी मलबे से बाधित हो गया था। गुरुवार तड़के ही मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया। एसडीएम और तहसीलदार घटनास्थल पर मौजूद हैं।
लोगों ने कंगना को किया ट्रोल
उपायुक्त के बयान के बाद कंगना रनौत लोगों के निशाने पर आ गईं। सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। लोगों ने कहा कि मरहम लगाने के बजाय जख्मों पर नमक छिड़कना बंद करें। उन पर बिना पुष्टि के अफवाह फैलाने का आरोप लगाया।
मीडिया कर्मियों को आई मुश्किल
दिल्ली से कई मीडिया कर्मी घटना की कवरेज के लिए मनाली पहुंचे। ओएफसी कटने के कारण मनाली में मोबाइल सिग्नल नहीं था। मीडिया कर्मियों के स्वजन और प्रबंधन मोबाइल फोन बंद होने पर चिंता में पड़ गए। उन्होंने मंडी जिला प्रशासन से संपर्क साधना शुरू कर दिया।
राहत कार्य जारी है
प्रशासन ने बताया कि अब तक हटाए गए मलबे से किसी व्यक्ति या वाहन के दबने की पुष्टि नहीं हुई है। कोई प्रत्यक्षदर्शी भी सामने नहीं आया है। उपायुक्त ने आमजन से अपील की है कि प्रशासन से सत्यापित सूचना मिलने तक अफवाह न फैलाएं। स्थिति पर नजर बनाई हुई है।
