Himachal News: बाहरी राज्यों में छाई हल्की धुंध का असर विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर दिखाई दिया है। धुंध के चलते हावड़ा ट्रेन देरी से दिल्ली होते हुए कालका पहुंची। इस कारण कालका से शिमला तक चलने वाली तीन टॉय ट्रेनें दो घंटे तक लेट हो गईं। यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा।
दिल्ली से आने वाली ट्रेनों के साथ टॉय ट्रेनों का कनेक्शन जुड़ा होता है। इसलिए कालका से शिमला के लिए ट्रेनों को देरी से रवाना किया गया। शनिवार को कालका से शिमला चलने वाली 52451 शिवालिक एक्सप्रेस सुबह 5:45 के बजाय 7:45 बजे चली। यह करीब दो घंटे की देरी से रवाना हुई।
52453 कालका-शिमला एक्सप्रेस को भी देरी का सामना करना पड़ा। यह ट्रेन सुबह 6:20 के बजाय 8:05 बजे कालका से रवाना हुई। इस तरह यह लगभग डेढ़ घंटे लेट हुई। इसके बाद चलने वाली 52459 कालका-शिमला एक्सप्रेस भी सुबह 7:00 के बजाय 8:27 बजे निकली।
यात्रियों को झेलनी पड़ी कठिनाइयां
ट्रेनों के लेट होने से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। ट्रेनों के इंतजार में बैठे लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा। कनोह से शिमला और समरहिल कामकाज के लिए जाने वाले लोगों को बसों का सहारा लेना पड़ा। कई यात्री समय पर अपने गंतव्य नहीं पहुंच सके।
वीकेंड के दिनों में कालका-शिमला रेल ट्रैक पर यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है। शनिवार को कालका से शिमला के लिए चलने वाली पांचों ट्रेनें पूरी तरह भरी हुई थीं। काउंटर पर टिकट मिलना भी मुश्किल हो गया था। रविवार को भी ट्रेनों में भीड़ बनी रहने की उम्मीद है।
हिमाचल में मौसम की स्थिति
हिमाचल प्रदेश में न्यूनतम तापमान गिरने से ठंड बढ़ गई है। शनिवार सुबह तक के आंकड़ों के अनुसार कुकुमसेरी में -2.9 डिग्री सेल्सियस सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। शिमला में 9.0 डिग्री और मनाली में 4.1 डिग्री तापमान रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। पर्वतीय इलाकों में सुबह के समय पाला पड़ सकता है। अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है। कल्पा में 1.5 डिग्री, केलांग में 2.0 डिग्री और ताबो में -2.0 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। मैदानी इलाकों में तापमान अपेक्षाकृत अधिक रहा।
कालका-शिमला टॉय ट्रेन सेवा यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है। यह सेवा पर्यटकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है। मौसम संबंधी समस्याओं के कारण कभी-कभी इसके समय表中 बदलाव होते रहते हैं। रेलवे प्रशासन मौसम की स्थिति के अनुसार सेवाएं संचालित करता है।
