Shimla News: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित शिपकी ला दर्रे से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक अतिरिक्त मार्ग शुरू किया जाएगा। पर्यटन मंत्रालय ने इसकी जानकारी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को दी है। राज्य सरकार अब केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के समक्ष इस प्रस्ताव को औपचारिक रूप से रखेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन के नए आयाम विकसित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में लाहौल-स्पीति के काजा कस्बे में स्टार गेजिंग सुविधा का शुभारंभ किया गया है। इस पहल से स्थानीय निवासियों को स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
स्टार गेजिंग परियोजना का उद्देश्य स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। जुलाई 2025 तक लगभग 1.59 लाख देशी और 4,570 विदेशी पर्यटकों ने स्पीति और लांगजा का दौरा किया। इन आंकड़ों से क्षेत्र में बढ़ती पर्यटक रुचि का पता चलता है।
स्वरोजगार के नए अवसर
स्थानीय लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए उन्नत कंप्यूटरीकृत दूरबीनें प्रदान की गई हैं। स्पीति का स्वच्छ वातावरण खगोल पर्यटन के लिए आदर्श माना जाता है। काजा, लांगजा और रंगरिक क्षेत्र के लोग इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।
लाभार्थियों को बुधवार को दूरबीन संचालन का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण उन्हें खगोल विज्ञान से जुड़े पर्यटकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाएगा। इससे उनकी आय में वृद्धि होने की उम्मीद है।
लांगजा गांव की विशेष पहचान
स्पीति का लांगजा गांव 14,500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। इसकी पहचान एक जीवाश्म गांव के रूप में है। यहां प्राचीन जीवाश्म पाए गए हैं। स्थानीय लोग इसे देवी-देवताओं का निवास स्थान मानते हैं।
यह नई परियोजना खगोल विज्ञान के शोधकर्ताओं और पर्यटकों को आकर्षित करेगी। पर्यटक स्पीति की सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकेंगे। इससे होम-स्टे और होटल व्यवसाय को भी लाभ मिलेगा।
भारत-चीन सीमा व्यापार पर सहमति
भारत और चीन शिपकीला मार्ग से सीमा व्यापार फिर से शुरू करने पर सहमत हो गए हैं। दोनों देशों के बीच कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने पर भी सहमति बनी है। यह निर्णय क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को गति देगा।
शिपकी ला मार्ग के खुलने से यात्रा का समय कम होगा। इससे यात्रियों को काफी सुविधा होगी। यह मार्ग पर्यटकों के लिए एक नया और रोमांचक अनुभव लेकर आएगा। इससे हिमाचल प्रदेश के पर्यटन उद्योग को नई दिशा मिलेगी।
