Kangra News: ज्वालामुखी के सपड़ी क्षेत्र में एक महीने पहले हुए अवैध खैर कटान मामले में आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। वन विभाग ने 300 से अधिक खैर के मोच्छे बरामद किए थे जिनकी अनुमानित कीमत 10-15 लाख रुपये थी। समाजसेवी मुकेश कुमार ने प्रशासन पर जांच में देरी और राजनीतिक संरक्षण का आरोप लगाया है।
मामला क्या है?
एक महीने पहले वन विभाग की टीम ने सपड़ी क्षेत्र में अवैध कटान के खिलाफ कार्रवाई की थी। स्थानीय ठेकेदार द्वारा बिना अनुमति के की गई इस कटाई में 300 से ज्यादा खैर के मोच्छे बरामद किए गए थे। ठेकेदार ने दावा किया था कि यह कटान उसने अपनी निजी जमीन पर किया था।
जांच में क्यों हो रही देरी?
वन विभाग पिछले एक महीने से इस मामले की जांच कर रहा है। अब तक जांच की स्थिति या ठेकेदार के खिलाफ किसी कार्रवाई की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। इस देरी ने स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में आक्रोश पैदा किया है।
समाजसेवी ने उठाए सवाल
समाजसेवी मुकेश कुमार ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि ज्वालामुखी का ईमानदार प्रशासन कब जांच करेगा। उन्होंने पूछा कि क्या आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने मामले में त्वरित जांच और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन से मांग
मुकेश कुमार ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में जल्द से जल्द जांच पूरी की जाए। उनका कहना है कि दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई होनी चाहिए। इससे ज्वालामुखी में इस तरह की अवैध गतिविधियों पर रोक लग सकेगी।
