शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

Jammu Kashmir News: ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकियों का पाकिस्तानी कनेक्शन हुआ उजागर, जानें कैसे

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Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर के दाचीगाम में 28 जुलाई को ऑपरेशन महादेव के दौरान भारतीय सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को ढेर किया। ये आतंकी पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार थे, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई। खुफिया जानकारी के अनुसार, मारे गए आतंकी पाकिस्तानी नागरिक थे और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। सुरक्षाबलों ने कई सबूत बरामद किए, जो इनके पाकिस्तान से संबंध की पुष्टि करते हैं।

ऑपरेशन महादेव में मिली बड़ी सफलता

ऑपरेशन महादेव में सुरक्षाबलों ने तीन खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया। इनमें सुलेमान शाह उर्फ फैजल जट्ट, अबू हमजा उर्फ अफगान और यासिर उर्फ जिब्रान शामिल थे। सुलेमान शाह को पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड बताया गया। हमजा और यासिर भी हमले में शामिल थे। सुरक्षाबलों ने इनके पास से कई महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए, जो इस मामले में गहराई से जांच को बढ़ावा देंगे।

बरामद सबूतों ने खोला पाकिस्तानी कनेक्शन

सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन के दौरान कई सबूत एकत्र किए। इनमें पाकिस्तानी आईडी कार्ड, चॉकलेट रैपर, सैटेलाइट फोन लॉग और अन्य सामग्री शामिल हैं। समाचार एजेंसी एएआई के सूत्रों ने बताया कि ये सबूत मारे गए आतंकवादियों के पाकिस्तानी होने की पुष्टि करते हैं। इन साक्ष्यों ने साफ किया कि पहलगाम हमला सुनियोजित था और इसके पीछे लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था।

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गृह मंत्री का संसद में बयान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 29 जुलाई को लोकसभा में अपने भाषण में इस मामले पर खुलासा किया। उन्होंने कहा कि पहली बार सरकार द्वारा जारी पाकिस्तानी दस्तावेज़ मिले हैं। ये दस्तावेज़ पहलगाम हमलावरों की राष्ट्रीयता को स्पष्ट करते हैं। शाह के बयान ने इस ऑपरेशन की गंभीरता और सुरक्षाबलों की सफलता को रेखांकित किया।

आतंकियों की पहचान और उनकी भूमिका

मारे गए तीनों आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के सक्रिय सदस्य थे। सुलेमान शाह को ए++ ग्रेड का कमांडर माना जाता था, जो पहलगाम हमले का मुख्य योजनाकार था। अबू हमजा और यासिर ए-ग्रेड कमांडर थे। हमजा हमले के दौरान दूसरा शूटर था, जबकि यासिर ने सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली थी। इनके खात्मे से सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली।

सुरक्षाबलों की सतर्कता और रणनीति

ऑपरेशन महादेव में सुरक्षाबलों ने अपनी रणनीति और सतर्कता का परिचय दिया। खुफिया जानकारी के आधार पर दाचीगाम में आतंकियों को घेरा गया। तीव्र गोलीबारी के बाद तीनों आतंकियों को मार गिराया गया। इस ऑपरेशन ने न केवल पहलगाम हमले के दोषियों को सजा दी, बल्कि क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों पर भी बड़ा प्रहार किया।

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पाकिस्तान का आतंकी नेटवर्क उजागर

बरामद सबूतों ने एक बार फिर पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क को उजागर किया। लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के साथ पाकिस्तानी नागरिकों की संलिप्तता ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया। भारतीय सुरक्षाबल अब इन सबूतों के आधार पर आगे की जांच कर रहे हैं ताकि इस नेटवर्क को और कमजोर किया जा सके।

भविष्य के लिए सतर्कता जरूरी

ऑपरेशन महादेव की सफलता ने जम्मू कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत को रेखांकित किया। सुरक्षाबलों की त्वरित कार्रवाई और खुफिया जानकारी ने इस ऑपरेशन को सफल बनाया। साथ ही, यह भी साफ हुआ कि आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए निरंतर सतर्कता और समन्वय जरूरी है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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