Jammu Kashmir News: जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब केंद्र शासित प्रदेश में हाल ही में नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति हुई थी। इस्तीफे के पीछे के कारणों की अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इस कदम ने क्षेत्र की राजनीतिक स्थिति में नई उलझन पैदा कर दी है।
राजनीतिक करियर का सफर
मनोज सिन्हा एक वरिष्ठ भाजपा नेता रहे हैं। उन्होंने तीन बार लोकसभा चुनाव जीता था। वह गाजीपुर सीट से सांसद चुने गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में उन्हें मंत्री का पद भी मिला था। उन्होंने रेल और संचार मंत्रालय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
उपराज्यपाल के रूप में कार्यकाल
सिन्हा को साल 2020 में जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल बनाया गया था। उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कार्यभार संभाला था। उनके कार्यकाल में क्षेत्र में कई विकासात्मक परियोजनाओं को गति मिली थी। उनकी नीतियों ने सुरक्षा स्थिति में सुधार लाने में मदद की थी।
इस्तीफे का समय और संदर्भ
यह इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो रही थीं। हाल ही में उमर अब्दुल्ला को नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी। इस नियुक्ति के बाद से ही राजनीतिक हलकों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। सिन्हा के इस्तीफे ने इन अटकलों को और बढ़ा दिया है।
आगे की राह
इस्तीफे के बाद अब केंद्र सरकार के सामने नए उपराज्यपाल की नियुक्ति की चुनौती है। इस पद के लिए किसे चुना जाएगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है। राजनीतिक विश्लेषक इस कदम को केंद्र सरकार की बड़ी रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं। आने वाले दिनों में और स्पष्टता की उम्मीद है।
