Jammu News: जम्मू-कश्मीर के कटरा में वैष्णो देवी मार्ग पर भीषण बारिश और भगदड़ में कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग लापता हैं जबकि कईयों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। राज्य के उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी ने इस हादसे का दोष श्राइन बोर्ड प्रशासन पर मढ़ा है।
उपमुख्यमंत्री ने उठाए सवाल
उपमुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी ने सवाल किया कि खराब मौसम के बावजूद यात्रा क्यों जारी रखी गई। उन्होंने कहा कि इसका जवाब श्राइन बोर्ड के सीईओ और एलजी को देना चाहिए। उन्होंने इस घटना को आपराधिक साजिश करार दिया है।
लापरवाही बनी हादसे की वजह
चौधरी ने आरोप लगाया कि बादल फटने और भारी बारिश का अलर्ट जारी होने के बाद भी यात्रा रोकी नहीं गई। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की मौत नहीं हुई बल्कि उन्हें मारा गया है। उन्होंने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
होटल एसोसिएशन ने दिखाई मानवता
होटल एसोसिएशन ने फंसे हुए यात्रियों की मदद का फैसला किया है। अध्यक्ष राकेश वज़ीर ने कहा कि जरूरतमंद लोगों को 2-4 दिनों तक मुफ्त रहने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।
स्थानीय लोगों में गहरा रोष
कटरा के लोगों ने इस हादसे को लेकर शालीमार्ग पार्क से मुख्य बस स्टैंड तक प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि श्राइन बोर्ड की लापरवाही से यह हादसा हुआ। कुछ लोगों ने वीवीआईपी कल्चर पर भी आपत्ति जताई।
115 साल का रिकॉर्ड टूटा
जम्मू में 24 घंटे में 380 मिमी बारिश दर्ज की गई जिसने 115 साल का पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले 1910 में इतनी भारी बारिश दर्ज की गई थी। बारिश से आई बाढ़ ने जम्मू के कई हिस्सों को तबाह कर दिया है।
राहत और बचाव कार्य जारी
भारतीय सेना को राहत और बचाव कार्यों में लगाया गया है। बाढ़ का प्रभाव पड़ोसी राज्य पंजाब के कुछ इलाकों में भी देखने को मिला है। अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
