Himachal News: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार का तीन साल का जश्न गले से नहीं उतर रहा है। उन्होंने सवाल किया कि प्रदेश आपदा से जूझ रहा है और डिजास्टर एक्ट लागू है। ऐसे में जश्न मनाने का क्या औचित्य है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता भी नहीं समझ पा रहे हैं कि यह जश्न किस बात का मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा पंचायत चुनाव स्थगित करने की कोशिशें जारी हैं। इतनी विपरीत परिस्थितियों के बाद भी सरकार के लिए जश्न लाजमी है।
प्रदेश की विकट स्थिति पर सवाल
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में दस हजार रुपये से अधिक की राशि का भुगतान ट्रेजरी द्वारा रोक दिया गया है। सैलरी और पेंशन समय पर नहीं मिल रही है। मेडिकल रीइंबर्समेंट खासकर बुजुर्गों के लिए नहीं हो पा रहा है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।
जयराम ठाकुर ने आगे कहा कि आउटसोर्स पर जो भर्तियां हुई थीं उनको हटाया जा रहा है। पंद्रह हजार से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकाला जा चुका है। सड़कों पर हर जगह गड्ढे ही गड्ढे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सारी सुविधाओं का बुरा हाल है।
पिछली योजनाओं पर हमला
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार के पास गिनाने के लिए एक भी उपलब्धि नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को अपनी सरकार की एक योजना का जिक्र करना चाहिए। पिछली भाजपा सरकार की योजनाएं हिम केयर, सहारा, स्वावलंबन, गृहिणी सुविधा, शगुन, जन मंच जैसी योजनाएं चल रही थीं।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने इन योजनाओं को बंद कर दिया है। आज हिम केयर के पैसे नहीं मिल रहे हैं। गृहिणी सुविधा में गैस भी नहीं मिल रही है। बेटियों के शगुन योजना भी बंद है और असहाय लोगों के लिए चलाई गई सहारा योजना भी बंद कर दी गई है।
भविष्य की राजनीतिक संभावनाएं
जयराम ठाकुर ने कहा कि बिहार की धरती ने कांग्रेस को साफ संदेश दे दिया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस का हाल और भी बुरा होगा। अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस दूर-दूर तक दिखाई नहीं देगी। हिमाचल की जनता झूठी गारंटियों के दम पर सत्ता में आई कांग्रेस को सबक सिखाएगी।
नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस नेताओं से कहा कि अगर उनमें लज्जा है तो जश्न का फैसला वापस लेना चाहिए। प्रदेश की जनता संकट में है और सरकार जश्न मनाने में व्यस्त है। यह स्थिति पूरी तरह से अनुचित और असंवेदनशील है।
