शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

जयराम ठाकुर: प्रदेश आपदा के कारण संकट में, मुख्यमंत्री कर रहे हैं लुका-छिपी

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Mandi News: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पूरा हिमाचल प्रदेश आपदा से जूझ रहा है। ऐसे समय में मुख्यमंत्री आपदा प्रबंधन के बजाय लुका-छिपी का खेल खेल रहे हैं। जयराम ठाकुर नाचन के गोहर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांगड़ा का दौरा कर आपदा का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावितों का दर्द सुना। लेकिन मुख्यमंत्री सुक्खू ने संवेदनशीलता नहीं दिखाई। उनके लिए परिवार जनता से पहले आता है। यह बात जनता ने अच्छी तरह देख ली है।

सरकार पर उठे सवाल

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार अस्थायी साबित हो रही है। सरकार काम करने के बजाय रोकने पर जोर दे रही है। लोगों को देने के बजाय उनसे छीनने में लगी है। प्रधानमंत्री ने जीएसटी सरलीकरण कर जनता को उपहार दिया है।

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उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 12 और 28 प्रतिशत की जीएसटी दरें समाप्त कर दी हैं। अब केवल पांच और 12 प्रतिशत की दरें ही रह गई हैं। लेकिन राज्य सरकार जनता पर नए टैक्स लगा रही है। यह लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है।

आपदा राहत को लेकर आरोप

जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार ने सीमेंट की कीमतें बढ़ा दी हैं। आपदा के समय लोगों को मकान बनाने में राहत मिलनी चाहिए थी। लेकिन सीमेंट की प्रति बोरी कीमत सात रुपये बढ़ा दी गई। इससे आम लोग प्रभावित हुए हैं।

उन्होंने बताया कि पंचायत चौकीदारों के वेतन में हुई 25 रुपये की वृद्धि भी वापस ले ली गई है। यह फैसला सरकार ने लिया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह सरकारी नीतियां जनविरोधी साबित हो रही हैं। लोगों में रोष है।

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केंद्रीय सहायता का मुद्दा

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2023 की आपदा से अब तक 5,500 करोड़ रुपये की सहायता दी है। अब अतिरिक्त 1,500 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की गई है। यह राशि आपदा प्रभावितों की मदद के लिए है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार की इस सहायता के लिए आभार तक व्यक्त नहीं किया। यह व्यवहार उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को जनता के हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए। यही लोकतंत्र की भावना है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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