शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

जयराम ठाकुर: मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों के बीच बहाई झूठ की नदी

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Himachal News: मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वर्तमान मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मंडी के पड्डल ग्राउंड में आपदा प्रभावितों के बीच अपने पुराने झूठों की नदी बहाई। जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि एक ही झूठ को बार-बार बोलकर मुख्यमंत्री अपनी नाकामी छुपाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग सब कुछ जानते हैं और मुख्यमंत्री को जनसभा में लोगों की प्रतिक्रिया से इसका अंदाजा हो गया होगा।

जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा में अपना सब कुछ गवां चुके लोगों के सामने मुख्यमंत्री द्वारा एक से बढ़कर एक बातें की गईं। उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा कि वह झूठ किसके सामने बोल रहे थे। यह वही आपदा प्रभावित लोग हैं जो तीन महीने से ज्यादा समय से सरकार की नाकामी का दंश झेल रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री ने 2023 में भी इन लोगों से बड़े-बड़े वादे किए थे।

आपदा प्रभावितों को नहीं मिली मदद

विपक्ष केनेता ने कहा कि इस बार भी मीडिया के माध्यम से ऐसे कई लोग सामने आए हैं जिनका सब कुछ बर्बाद हो गया। उन्हें सरकार द्वारा कोई मदद नहीं दी गई। जयराम ठाकुर ने मांग की कि मुख्यमंत्री को इस तरह की शिकायतों का संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को अब तक पर्याप्त मदद नहीं मिली है।

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जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए गंभीर नहीं दिख रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने आपदा प्रबंधन में पूरी तरह से विफलता दिखाई है। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को तत्काल राहत की आवश्यकता है। सरकार को इस दिशा में गंभीरता से काम करना चाहिए।

औद्योगिक विकास पर सवाल

जयराम ठाकुर नेसरकार की औद्योगिक नीतियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जिन जमीनों पर उद्योग लगाकर प्रदेश की आय बढ़ाई जा सकती थी, वे जमीनें मुख्यमंत्री के प्रॉपर्टी डीलर मित्र बेच रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के बाहर और भीतर के लोगों से डीलिंग हो रही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री एक प्रॉपर्टी डीलर की तरह काम कर रहे हैं, विजनरी लीडर की तरह नहीं।

उन्होंने कहा कि आज तक उद्योग लगाने से किसी प्रदेश का भला नहीं हुआ है। उन्होंने पूछा कि क्या भारत में कोई ऐसा उदाहरण है जहां उद्योगों को रियायत न दी जाती हो। जयराम ठाकुर ने कहा कि पूरे देश में उद्योगों को रियायत देने का चलन है। कस्टमाइज्ड पैकेज का कॉन्सेप्ट न तो हिमाचल में नया है और न ही पूरे देश में।

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रियायतों पर तर्क

जयराम ठाकुर नेकहा कि उनकी पार्टी की सरकार में भी उद्योगपतियों को हिमाचल में लाने के लिए ऐसी सुविधाएं दी जाती रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अन्य राज्य भी ऐसा ही करते हैं। इससे उनके यहां उद्योग आते हैं और उद्योगों की वजह से प्रदेश के राजस्व संग्रहण और नौकरियों का इकोसिस्टम तैयार होता है। उन्होंने पूछा कि क्या पंजाब में उद्योगपतियों को रियायतें नहीं दी जातीं।

उन्होंने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश का उदाहरण दिया। जयराम ठाकुर ने कांग्रेस शासित कर्नाटक और तेलंगाना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वहां भी उद्योगपतियों को विभिन्न प्रकार की रियायतें दी जा रही हैं। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि हिमाचल प्रदेश सरकार का विजन दूरगामी सोच से बहुत दूर है। सरकार की नीतियों में स्पष्ट दिशा का अभाव है।

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